Jharkhand Congress Crisis: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच झारखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. झारखंड कांग्रेस कमेटी के सदस्यों समेत कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस का संकट और बढ़नेवाला है. अंसतुष्ट कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर पार्टी को कमजोर करने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने राजेश ठाकुर को पद से हटाने की मांग के लिए आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है.
झारखंड कांग्रेस में नहीं है 'ऑल इज वेल'
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त महासचिव आलोक दुबे ने बताया कि 24 दिसंबर से पार्टी अध्यक्ष को हटाने के लिए विभिन्न जिलों में अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई कांग्रेस को झारखंड में बचाने की है. पार्टी सत्ता में करीब तीन दशक बाद आई है. लेकिन सरकार में होने के बावजूद नेतृत्व के अभाव में पार्टी जमीन पर खुद को मजबूत करने में नाकाम है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अयोग्य साबित हुए हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में हमें खामियाजा भुगतना होगा."
प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग हुई तेज
सोमवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई सदस्यों समेत असंतुष्ट पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी में आपात बैठक के बाद 'कांग्रेस बचाओ' बैनर दिखाए. असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के लिए चरणबद्ध आंदोलन चलाने की भी घोषणा की है. प्रदेश अध्यक्ष हटाओ अभियान की शुरुआत बोकारो से शुरू होगी. बोकारो राजेश ठाकुर का गृह जिला है. आलोक दुबे ने बताया कि जनवरी के पहले हफ्ते में सैंकड़ों कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने के लिए दिल्ली मार्च करेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष से राजेश ठाकुर को हटाने की मांग करने के बाद हम भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे और राहुल गांधी को झारखंड कांग्रेस की खराब स्थिति से अवगत कराएंगे.
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