Jharkhand: जमशेदपुर की Tata Steel कंपनी में धराशाई हुई 110 मीटर ऊंची चिमनी, इस तकनीक से किया गया धवस्त
Jharkhand: झारखंड के जमशेदपुर में टाटा स्टील परिसर में 110 मीटर ऊंची चिमनी को विस्फोट कर गिरा दिया गया. इसे इंजीनियरिंग इंडिया और जेट डिमोलिशन साउथ अफ्रीका के द्वारा गिराया गया.
Jharkhand: झारखंड के जमशेदपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर टाटा स्टील (Tata Steel) परिसर में रविवार को 110 मीटर ऊंची चिमनी को विस्फोट कर धराशाई कर दिया गया. जानकारी के लिए बता दें कि इस चिमनी को उसी कंपनी ने धराशाई किया है जिसने कुछ दिन पहले ही नोएडा में ट्विन टावर (Twin Tower) को विस्फोट के जरिए गिरा दिया था. दरअसल इस बात की जानकारी टाटा स्टील की मैनेजमेंट टीम ने एक बयान जारी कर दी थी. उन्होंने बताया था कि एक बटन के माध्यम से केवल 5 सेकंड में इस चिमनी को धराशाई कर दिया गया है.
इस कंपनी को दी गई थी ज़िम्मेदारी
टाटा स्टील मैनेजमेंट टीम ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि नंबर पांच की इस चिमनी को भारत की कंपनी इंजीनियरिंग इंडिया और साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन द्वारा इसको नियंत्रित तरीके से विस्फोट कर गिरा दिया गया. चिमनी को विस्फोट करते समय इस बात का खास ध्यान रखा गया की कंपनी के कर्मचारियों को इसका नुकसान ना पहुंचे, और आसपास के पर्यावरण प्रदूषित ना हो.
सेफ्टी को लेकर पूरी की गई थी तैयारी
बताते चलें कि 110 मीटर ऊंची इस चिमनी को इंजीनियरिंग इंडिया और साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन ने रविवार को आसानी से गिरा दिया. चिमनी को धराशाई करने से पहले आसपास के कर्मचारियों के यहां पर रोक लगा दी गई थी, और ध्वस्त करने के 2 घंटे बाद लोगों को इधर आने की अनुमति दी गई.
पांच सेकंड में ध्वस्त हुई चिमनी
दरअसल चिमनी गिराए जाने से पहले कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन की ओर से यह गुजारिश की गई थी कि चिमनी के आसपास वाले इलाके का अनुपालन करें. किसी भी गैर जरूरी कामों के लिए चिमनी परिसर के नजदीक नजर नहीं आए. इसके अलावा कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन ने वीडियो और तस्वीर ना बनाने की भी सलाह दी थी. वहीं वैश्विक अनुभव रखने वाली कंपनी इंजीनियरिंग इंडिया और जेट डिमोलिशन साउथ अफ्रीका ने पांच सेकेंड में इस चिमनी को ध्वस्त कर दिया.