Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर (Jamshedpur) के उरांव बस्ती में पुलिसवालों ने रविवार को अवैध शराब के अड्डों पर छापेमारी की थी. वहीं इस घटना के बाद पुलिसवालों पर कार्रवाई के दौरान महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा. जिससे 200 से अधिक लोगों ने आक्रोश आकर रविवार रात सीतारामडेरा थाना का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे ओर थाना प्रभारी से माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे. पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को थाने के बाहर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो अंदर की तरफ बढ़चे चले गए. इसके बाद सीतारामडेरा थाने की पुलिस ने मामले की जानकारी सीसीआर को दी, जिसके क्यूआरटी को भेजा गया.
वहीं थाना प्रभारी भूषण कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारी उनसे ही उलझ गए. पुलिस पदाधिकारी के साथ प्रदर्शनकारियों को उलझता देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई. लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन कर रहे बस्तीवासियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.बता दें कि, प्रदर्शनकारियों के अनुसार थाना प्रभारी ने अवैध शराब के अड्डों पर पर कार्रवाई के दौरान एक परिवार की बच्चियों के साथ बदसलूकी की है. जबकि, सीतारामडेरा थाना प्रभारी भूषण कुमार ने बताया कि, अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही शाम के समय अड्डाबाजी करने वालों के खिलाफ भी पुलिस अभियान चला रही है.
एसडीओ ने क्या कहा?
इसी सिलसिले में रविवार शाम को उरांव बस्ती में पुलिस ने अवैध शराब के अड्डों पर छापामारी की. पुलिस को देखकर वहां शराब पी रहे युवक भाग गए. इसके बाद यहीं लोग विरोध करने लगे और हंगामा कर रहे लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. आगे उन्होंने बताया कि, पकड़े गए युवकों और महिलाओं का मेडिकल जांच भी कराया गया. वहीं एसडीओ पीयूष सिन्हा ने कहा कि, हम घटना की पूरी जानकारी ले रहे हैं, जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी.
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