Farm Laws Repeal: मोदी सरकार ने वापस लिए तीनों कृषि कानून, जानें- क्या बोले झारखंड के कृषि मंत्री
Farm Laws: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने कृषि कानूनों के वापस होने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि, संघर्ष और सत्याग्रह की जीत हुई है.
Farm Laws Repeal: केंद्र के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान पिछले करीब एक साल से आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं. आज गुरु पुर्णिमा के मौके पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है. कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान होने के बाद झारखंड में लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं. झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने भी इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि, संघर्ष और सत्याग्रह की जीत हुई है.
किसान की जय
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने ट्वीट कर कहा कि, 'किसान की जय, किसान सदैव हैं अजय. संघर्ष और सत्याग्रह की हुई जीत, हारा अहंकार. सत्यमेव जयते!!!'
किसान की जय
— BADAL (@Badal_Patralekh) November 19, 2021
किसान सदैव हैं अजय।
संघर्ष और सत्याग्रह की हुई जीत, हारा अहंकार।
सत्यमेव जयते!!!#FarmLaws #farmersprotests https://t.co/QWullLI3PI
संघर्ष की जीत हुई है
कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से ट्वीट कर कहा गया है कि, 'पूरे देश के कृषकों को नमन. आज दम्भ के समक्ष संघर्ष की जीत हुई है. तीनों काले क़ानून वापस. #किसानआंदोलन'
पूरे देश के कृषकों को नमन।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) November 19, 2021
आज दम्भ के समक्ष संघर्ष की जीत हुई है।
तीनों काले क़ानून वापस। #किसानआंदोलन
घर लौटें, खेतों में लौटें किसान
बता दें कि, राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू होगी. पीएम ने कहा-मैं देश वासियों के क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से कहना चाहता हूं कि हमारे प्रयास में कमी रही होगी कि हम उन्हें समझा नहीं पाए. आज गुरू नानक जी का पवित्र प्रकाश पर्व है. आज मैं आपको ये बताने आया हूं कि हमने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे. किसानों से अपील है कि अपने घर लौटें, खेतों में लौटें.
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