Jharkhand: जानें- कैसे दिव्यांग का पेंशन आवेदन 15 मिनट में हुआ स्वीकृत, 5 मिनट में बना महिला का राशन कार्ड
Jharkhand News: गोड्डा के दिव्यांग विपुल कुमार (Vipul Kumar) का पेंशन आवेदन सिर्फ 15 मिनट में स्वीकृत हो गया. 'आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम' के जरिए ये संभव हुआ है.
Jharkhand Apke Adhikar Apki Sarkar Apke Dwar Program: झारखंड (Jharkhand) में राज्य सरकार की तरफ से 'आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम' के जरिए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. सरकार की तरफ से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं. कार्यक्रम के तहत गोड्डा (Godda) के दिव्यांग विपुल कुमार (Vipul Kumar) का पेंशन आवेदन सिर्फ 15 मिनट में स्वीकृत हो गया. वहीं, सिमडेगा की सुनंदा की राशन कार्ड (Ration Card) के लंबित आवेदन पर 5 मिनट में कार्रवाई की गई. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में जानकारी देते हुए बताया गया कि 'आपके अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत सरकार सभी जिलों में बड़ी संख्या में आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान कर रही है और लोगों में इससे भारी उत्साह है.
आम लोगों को मिल रहा है लाभ
विपुल की पेंशन के लिए उसके परिजन पिछले 4 सालों से प्रयासरत थे. शिविर में आने के बाद तत्काल मामले का निबटारा करते हुए विपुल को पेंशन की स्वीकृति का प्रमाणपत्र सौंपा गया. इसी तरह सिमडेगा के शहरी क्षेत्र की महिला सुनंदा एक साल से राशन कार्ड बनवाने के लिए परेशान थी. सुनंदा शिविर में पहुंची, जहां उनका राशन कार्ड 5 मिनट में ही बन गया. उन्होंने सरकार की इस पहल के लिए धन्यवाद दिया.
आज "आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम 06 पंचायतों में हुआ आयोजित। संबंधित पदाधिकारियों के द्वारा ऑन द स्पॉट मामलों का निष्पादन करके सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया।#आपकेअधिकार_आपकेद्वार@HemantSorenJMM @JharkhandCMO @prdjharkhand @iprdgodda pic.twitter.com/HA235yIplq
— DC Godda (@dcgodda) November 30, 2021
एक दिन में मिला आधार कार्ड
बता दें कि, हाल ही में हजारीबाग की रहने वाली दिव्यांग भेखराज कुमारी का आधार कार्ड (Aadhar Card) उन्हें हाथों-हाथ मिल गया था. उन्होंन 8 साल तक अपने कार्ड के लिए इंतजार किया, लेकिन कैंप के माध्यम उनकी समस्या मात्र एक दिन में दूर हो गई. आधार कार्ड नहीं रहने के कारण उन्हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. आधार कार्ड पाने की खुशी में भेखराज कुमारी ने कहा था कि, 'मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) को धन्यवाद, अगर ये शिविर आयोजित नहीं होता तो शायद मेरा आधार कार्ड नहीं बन पाता.'
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