Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू के बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इसपर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि देश को पता होना चाहिए कि सिद्धू कान्हू कौन थे. जब वो परिवार अंग्रेजों के सामने नहीं झुका, तो जेएमएम-कांग्रेस के सामने कैसे झुकेगा? अगर वो बीजेपी की विचारधारा में शामिल होते, तो कोई जबरदस्ती ऐसा नहीं कर सकता था.


निशिकांत दुबे ने आगे कहा, "मंडल मुर्मू कितने महत्वपूर्ण हैं, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सीएम ने उन्हें अपना प्रस्तावक बनाया. हर जगह बांग्लादेशी घुसपैठ है और हेमंत सोरेन सरकार वोट बैंक की राजनीति के तहत इसे बढ़ावा दे रही है. अगर हम अभी नहीं जागे तो आदिवासियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा."



‘सिद्धू कान्हू ने अंग्रेजों की गुलामी सहने से मना किया”
वहीं बीजेपी सांसद ने सिद्धू कान्हू के बारे में बताते हुए कहा कि 1857 की क्रांति के समय उन्होंने अंग्रेजों को देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया. सिद्धू कान्हू से बात करने के लिए वायसराय ने तीन बार अपने लोगों को भेजा, इसके बाद जब सिद्धू कान्हू नहीं माने तो उन्होंने अंग्रेजों की गुलामी सहने से मना कर दिया. फिर अंग्रेजों ने सिद्धू कान्हू के परिवार को मार दिया, जब उनका परिवार अंग्रेजों के सामने नहीं झुका तो वो झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के सामने क्या झुकेगा.


दुबे ने कहा कि अगर वो बीजेपी की विचारधारा में भी आता है तो उससे कोई जबरदस्ती नहीं कर सकता. मंडल मुर्मू कितने महत्वपूर्ण है वो आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि मुख्यमंत्री ने उनको अपना प्रस्तावक बनाया. चुनाव में कोई भी आदमी जब किसी को प्रस्तावक बनाता है तो वो महत्वपूर्ण आदमी को बनाता है.


बीजेपी में क्यों शामिल हुए मंडल मुर्मू? 
मंडल मुर्मू के बीजेपी में शामिल होने का कारण बताते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि सिद्धू कान्हू परिवार में सबसे पढ़ा लिखा मंडल मुर्मू है, जो इंजीनियर है, चीजों को समझता है, उसको ये अंदाजा लग गया कि 1951 में जब संथाल में जनगणना हुई तो 45 प्रतिशत आदिवासियों की आबादी थी. 2011 की जनगणना में संख्या घटकर 28 प्रतिशत हो गई. अगर 2025-26 में जनगणना होती तो आबादी 25-26 प्रतिशत हो सकती है. वहां लड़कियों से बांग्लादेशी घुसैपठिए शादियां कर रहे हैं, रेप कर रहे हैं, उनकी जमीनों को लूटा जा रहा है. हेमंत सोरेन की सरकार बांग्लादेशी घुसैपठियों को बढ़ावा दे रही है. इसलिए मंडल मुर्मू बीजेपी में शामिल हुए.


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