Jharkhand Assembly Election 2024: इलेक्शन कमीशन द्वारा आज झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान किया जाना है. जिसको लेकर जेएमएम नेता मनोज पांडे की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि चुनाव की घोषणा आज होनी है लेकिन बीजेपी नेताओं को इसकी जानकारी कल ही मिल गई. यह बहुत गंभीर मामला है. क्या बीजेपी नेताओं के इशारे पर आयोग काम करता है.


जेएमएम नेता ने आगे कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का एक बाइट है जिसमें वो कह रहे हैं कि कल तो चुनाव की घोषणा हो जाएगी, ये अजीब लगता है. इस कदर किसी आयोग को कठपुतली बनाकर रखना गंभीर मामला है.



'बीजेपी चुनाव सह-प्रभारी ने पहले ही बता दिया था'
JMM के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर दावा किया गया है कि बीजेपी चुनाव प्रभारी एक दिन पहले ही बता चुके थे कि मंगलवार को चुनाव तारीखों का ऐलान होगा और हुआ भी कुछ ऐसा ही. उनके कथन के अनुसार ठीक इसी समय पर चुनाव आयोगी तारीखों की घोषणा करेगा. झामुमो ने दावा किया है कि बीजेपी ने अपने सभी प्रमुख कार्यकर्ताओं को काम पर लगा रखा है, किसी को नहीं छोड़ा गया है. 


वहीं, पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि झारखंड चुनाव समय से एक महीने पहले कराए जा रहे हैं. कल भाजपा चुनाव प्रभारी ने कहा और आज ईसीआई चुनावों की घोषणा करेगी. जेएमएम ने कहा, "बॉस ने सब  सेट कर दिया है. क्या सीन है, ECI कुछ कहिएगा?"


चुनाव की कैसी है तैयारी?
वहीं एएनआई से बातचीत के दौरान जब जेएमएम नेता मनोज पांडे से पूछा गया कि आपके यहां चुनाव को लेकर कैसी तैयारी है, अभी आपकी कोई बैठक भी नहीं हुई है. इसपर उन्होंने कहा कि सब बातचीत हो गई है, सब तरह से तैयारी है. हमारी बातचीत के कई पहलु और कई माध्यम है. इसके बाद एक औपचारिक बैठक होना बाकि है. उस बैठक के बाद सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा. लेकिन एक खाका तैयार है किसे कहां से लड़ना है वो भी तैयार है. 2-3 सीटों पर बात होना बाकि है उसके बाद घोषणा की जाएगी. 


मनोज पांडे ने आगे कहा कि जैसे ही चुनाव की घोषणा होगी उसके बाद जल्द ही इंडिया गठबंधन की बैठक होगी. उसके बाद घोषणा की जाएगी कि गठबंधन सहयोगी कौन-कौन सी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.


कांग्रेस नेता की भी आई प्रतिक्रिया
वहीं चुनाव आयोग द्वारा आज झारखंड विधानसभा चुनावों की घोषणा करने पर झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि आप झारखंड का चुनाव महाराष्ट्र के साथ करवाना चाहते है लेकिन जब हरियाणा में 3 नवंबर और महाराष्ट्र में 26 नवंबर सरकार का कार्यकाल पूरा हो रहा था. तो आपने उन दोनों का एकसाथ चुनाव क्यों नहीं करवाया. जब हमारी बात अनसुनी की जाती है तो हमें लगता है कि आप राजनीति से प्रेरित होकर या किसी दल विशेष से प्रेरित होकर ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं.


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