Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में दूसरे चरण के मतदान से पहले चुनावी प्रचार-प्रसार में तेजी आ गई है. इसी बीच कांग्रेस के महासचिव और झारखंड के पार्टी प्रभारी गुलाम अहमद मीर अपने एक बयान की वजह से विवाद से घिर गए हैं. दरसअल, उन्होंने एक चुनावी रैली में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो प्रदेश के सभी लोगों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिए जाएंगे, फिर चाहे वे घुसपैठिए हो या नहीं. अहमद मीर ने अब अपने बयान पर सफाई दी है.
गुलाम अहमद मीर ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत के दौरान कहा कि उनका जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसका सिर्फ आधा क्लिप दिखाया जा रहा है, जो पहला क्लिप है. वह मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है, जो पहला क्लिप है, उसमें मैंने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि 11 साल से बीजेपी की केंद्र में सरकार है. केंद्र सरकार का काम घुसपैठियों को रोकना है, लेकिन झारखंड में बीजेपी के बड़े-बड़े नेता बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठा रहे हैं. अगर घुसपैठ हो रहा है तो यह केंद्र सरकार की नाकामी है. मैं यह कहना चाहता हूं कि झारखंड राज्य का कोई भी बॉर्डर किसी भी ऐसे मुल्क से नहीं जुड़ता है, जहां से घुसपैठिए आ सकें.
बीजेपी वाले हवा में बयानबाजी कर रहे- गुलाम अहमद मीर
झारखंड कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि बीजेपी वाले घुसपैठियों का मुद्दा उठाकर सेना पर भी सवाल उठा रहे हैं. आखिर घुसपैठिया कौन है? केंद्र सरकार के पास कोई सूची है तो जारी करे. बीजेपी वाले झारखंड की जनता को घुसपैठिये कह रहे हैं. यही सवाल मैंने उठाया. हम यहां के बाशिंदों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देंगे. अगर झारखंड के बाशिंदे बीजेपी की नजर में घुसपैठिये हैं तो बीजेपी की यह सोच है.
अहमद मीर ने आगे कहा कि जब तक कोई घुसपैठिए की सूची बीजेपी जारी नहीं करती, तब तक झारखंड का हर आदमी हमलोगों के लिए यहां का बाशिंदा है. उन्होंने कहा कि मेरे भाषण पर बीजेपी वाले हवा में बयानबाजी कर रहे हैं. बंगाल छत्तीसगढ़ बिहार से कोई झारखंड आ रहा है तो बीजेपी घुसपैठिया बता रही है. यह गलत है. बीजेपी चुनाव आयोग से हम पर कार्रवाई की मांग कर रही है तो पहले पूरा वीडियो तो दिखा दे.
‘हमारे लीडर हेमंत सोरेन होंगे’
बंटेंगे तो कटेंगे और एक हैं तो सेफ हैं के बीजेपी के नारे पर उन्होंने कहा कि पीएम या किसी भी मुख्यमंत्री को जिनकी समाज को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी है. उनको इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. यह असंवैधानिक है. पिछले 5 साल में झारखंड में महागठबंधन सरकार ने जनता के लिए काम किया है. इस चुनाव में माहौल हमारे पक्ष में है. आने वाले पांच सालों के लिए महागठबंधन का क्या एजेंडा रहेगा? ये जनता के सामने हम लोगों ने रखा है. हमारे लीडर हेमंत सोरेन होंगे. जनता को यह बताया है.
बीजेपी के पास न नेता है न नीति- कांग्रेस नेता
गुलाम अहमद मीर ने कहा बीजेपी के पास न नेता है न नीति है. जनता आखिर क्यों बीजेपी को वोट करे? हम लोग पूरी तरीके से पॉजिटिव हैं. पहला चरण महागठबंधन के नाम रहा. 43 सीटों पर वोटिंग हुई. दूसरे चरण में जिन 38 सीटों पर वोटिंग है. वहां हमारी उम्मीदें और ज्यादा हैं, क्योंकि उन सीटों पर हमारी स्थिति हमारी बहुत अच्छी है. पहले से ज्यादा सीटों के साथ फिर से महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है. हेमंत सोरेन ही मुख्यमंत्री होंगे.
BJP ने बोला हमला
गुलाम अहमद मीर के बयान पर बीजेपी का कहना है कि हमलोग शुरू से कह रहे हैं कि कांग्रेस का हाथ घुसपैठियों के साथ है. घुसपैठियों को लगातार महागठबंधन सरकार का संरक्षण मिल रहा है. अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, वोट बैंक की राजनीति के कारण घुसपैठियों का आधार कार्ड बनवाया जा रहा है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस प्रभारी अहमद मीर अनूप सिंह की मौजूदगी में एक जनसभा में सार्वजनिक रूप से कहा कि बांग्लादेश से जो घुसपैठिये आ गए हैं, उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति में कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी हैं. चुनाव आयोग से हमारी मांग है कि इस देश विरोधी बयान के लिए कार्रवाई करे.
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