Jharkhand Assembly Election 2024: जनता दल-यूनाइडेट (जद-यू) के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने रविवार को दावा किया कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय को निराश किया है. उन्होंने यह भी सवाल किया कि आखिकार ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन ने राज्य के कोल्हण क्षेत्र की 14 विधानसभा सीट में से किसी पर भी मुस्लिम उम्मीदवार को क्यों नहीं उतारा? बलियावी ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड सरकार ने मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया.


इस दौरान बलियावी ने कहा कि हेमंत सोरेन को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीख लेनी चाहिए कि कैसे उन्होंने अपना राजधर्म अपनाया और विकास की दिशा में काम किया.


बता दें कि कोल्हण क्षेत्र में पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम तथा सरायकेला-खरसावां जिले शामिल हैं, जहां गुलाम रसूल बलियावी जदयू उम्मीदवार सरयू राय का समर्थन करने आए थे. जमशेदपुर पूर्व से निर्दलीय विधायक और राज्य के पूर्व मंत्री सरयू रॉय इस बार जद(यू) के टिकट पर जमशेदपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से है.


मदरसा बोर्ड का गठन क्यों नहीं किया?
बलियावी ने सीएम हेमंत सोरेन से सवाल पूछा कि आपने मदरसा बोर्ड का गठन क्यों नहीं किया और न ही उसके लिए कोई ठोस कदम उठाया. उर्दू अकादमी के गठन में भी सरकार पीछे रही. उन्होंने कहा कि अगर सरकार अल्पसंख्यकों के हितों के लिए वाकई काम करना चाहती तो महत्वपूर्ण मुद्दों को तुरंत हल किया जाता. 


मॉब लिंचिंग के आरोपियों को सजा दिलाने में विफल क्यों?
इसके साथ ही बलियावी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर भी सीएम सोरेन को घेरा. उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं में अपराधियों को सजा दिलाने में सरकार ने क्या किया? मॉब लिंचिंग के अपराधियों के पकड़े जाने पर भी सरकार ने उन्हें सजा दिलाने में ढिलाई बरती. जबकि सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वो ऐसे अपराधों में कड़ी कार्रवाई करें, लेकिन अफसोस की सरकार इसमें विफल रही. बलियावी ने कहा कि हेमंत सोरेन को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीख लेनी चाहिए कि कैसे उन्होंने अपना राजधर्म अपनाया और विकास की दिशा में काम किया.


यह भी पढ़ें: NDA या इंडिया गठबंधन, झारखंड में किसकी बन रही सरकार? सर्वे में हुआ सबकुछ साफ