Jarkhand Monsoon Assembly Session: झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र 28 जुलाई यानी आज से शुरू होने वाला है. सत्र को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. बुधवार को स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक की. वहीं इस बैठक को लेकर बीजेपी नेता बिरंची नारायण ने कहा कि, बैठक में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई. हेमंत सोरेन सरकार ने हमें चर्चा करने के लिए कई मुद्दे दिए हैं, लेकिन दो विषयों पर ज्यादा चर्चा हुई. इनमें पहला नियोजन नीति और दूसरा विधि व्यवस्था है. दरअसल, हम इन दो विषयों पर मानसून सत्र में सरकार से जवाब चाहेंगे.


इधर विधानसभा को सरकार की ओर से तीन विधेयक अलग-अलग विभागों से भेजे गये हैं. सीवी रमण विश्वविद्यालय, आरोग्यम विश्वविद्यालय और झारखंड कारखाना निबंधन विधेयक भेजे गये हैं. विधानसभा सत्र को लेकर पक्ष-विपक्ष भी पूरी तरह से तैयार है. पक्ष-विपक्ष के विधायक सत्र को लेकर बैठक की और बीजेपी-आजसू के विधायक सरकार को घेरने की रणनीति बनाई. विपक्ष स्थानीयता, नियोजन नीति से लेकर विधि-व्यवस्था और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनायेंगे. वहीं विपक्ष के खिलाफ सत्ता पक्ष में झामुमो, कांग्रेस और राजद के विधायक विपक्ष के हमले का जवाब देने की तैयारी में हैं.






सत्तापक्ष इस मुद्दे पर कर सकती है बीजेपी की घेराबंदी
वहीं 28 जुलाई से चार अगस्त तक चलने वाले सत्र में कुल छह कार्यदिवस होंगे. मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे पूरी तैयारी के साथ प्रश्नों का उत्तर विधानसभा में दें. यह भी तय हुआ कि विपक्ष की रणनीति के मुताबिक तत्काल निर्णय किया जाएगा. विधायकों के सवालों पर जवाब से संतुष्ट करने का भी निर्देश दिया गया है.


सत्र के दौरान विधायकों को उपस्थिति बनाए रखने का भी निर्देश दिया गया है. जानकारी के मुताबिक मणिपुर हिंसा पर सत्तापक्ष बीजेपी की घेराबंदी करेगा. इस बाबत सदन के बाहर प्रदर्शन की भी तैयारी है. बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायक मौजूद रहे.


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