Jharkhand News: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Jharkhand Assembly Winter Session) 15 दिसंबर से शुरू होगा. इससे संबंधित प्रस्ताव पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने बुधवार को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है. सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा और इसमें छह कार्य दिवस होंगे. यह सत्र कई मायने में अहम होगा. सरकार इस सत्र में डोमिसाइल, आरक्षण वृद्धि और एंटी मॉब लिंचिंग बिल फिर से ला सकती है. पूर्व में पारित ये तीनों बिल राज्यपाल अलग-अलग वजहों से लौटा चुके हैं.


झारखंड की पांचवीं विधानसभा के गठन के करीब चार साल बाद यह पहला सत्र होगा, जिसमें नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली नहीं होगी. झारखंड बीजेपी विधायक दल के नए नेता अमर कुमार बाउरी को विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता दे दी है. इसके पहले बीजेपी ने बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता बनाया था, लेकिन उनके खिलाफ दल-बदल का केस लंबित रहने की वजह से उन्हें नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता नहीं दी गई थी. हालांकि, इस मामले को लेकर बीजेपी ने पांचवीं विधानसभा के शुरुआती दो-तीन सत्रों में जबरदस्त हंगामा किया था.


बाबूलाल मरांडी ने बनाई थी अपनी पार्टी


दरअसल, बाबूलाल मरांडी ने 2019 का चुनाव बीजेपी की बजाय अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा से लड़ा था और जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. चुनाव नतीजों के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में करा दिया था. इसे लेकर उनके खिलाफ स्पीकर ट्रिब्यूनल में दल-बदल की शिकायतें दर्ज कराई गई थीं. स्पीकर ट्रिब्यूनल ने इन शिकायतों पर सुनवाई भी पूरी कर ली, लेकिन अब तक इस पर फैसला नहीं दिया. नतीजतन नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उनकी मान्यता का मसला करीब साढ़े तीन साल से लंबित चला आ रहा था.


पांचवीं विधानसभा का होगा आखिरी शीतकालीन सत्र


बता दें कि पांचवीं विधानसभा का यह संभवतः आखिरी शीतकालीन सत्र होगा, क्योंकि झारखंड में अगले साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव कराए जाने के आसार हैं. हाल में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान हुआ है. इसका भी असर इस सत्र में दिख सकता है.


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