Jharkhand Giridih Lightning Death: आसमानी बिजली का कहर झारखंड के लिए किसी बड़ी आपदा से कम नहीं है. राज्य में आसमानी बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं. भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने थंडरिंग और लाइटनिंग के खतरों को लेकर देश के जिन 6 राज्यों को सबसे संवेदनशील के तौर पर चिन्हित किया है, झारखंड (Jharkhand) भी उनमें से एक है. अब झारखंड के गिरिडीह (Giridih) में धनवार थाना क्षेत्र के रतबाद गांव में आसमानी बिजली गिरने से 2 युवकों की मौत (Death) हो गई है जबकि 3 लोग झुलस गए हैं. गिरिडीह में हुई इस घटना पर बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने दुख जताया है. 


'हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं'
बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट कर कहा कि, ''धनवार प्रखंड में हुए वज्रपात से 2 व्यक्तियों की मृत्यु व 3 लोगों के झुलस जाने की दुःखद सूचना से मन व्यथित है. घायलों को रांची के रिम्स में बेहतर इलाज के लिए भेजा गया है, मैं और हमारे सहयोगी रिम्स में घायलों के बेहतर इलाज और हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं.''






पेड़ के नीचे खड़े थे युवक 
जानकारी के मुताबिक, रतबाद गांव में बुधवार की देर शाम गांव के मैदान में सुभाष चौधरी, अजीत यादव, सोनू चौधरी, प्रिसं चौधरी और अरविंद चौधरी खेल रहे थे. इसी दौरान बारिश शुरु हो गई. बारिश से बचने के लिए सभी एक पेड़ के नीचे चले गए. इसी क्रम में तेज आवाज के साथ वज्रपात हुआ, जिसमें 4 युवक वज्रपात के चपेट में आने से गंभीर रुप से जख्मी हो गए. जानकारी होने पर परिजनों ने घायलों को धनवार रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया. वज्रपात की दूसरी घटना में धनवार के ही गुंडरी गांव के मंझलीटांड निवासी रतन पांडेय के 14 वर्षीय बेटे प्रिंस कुमार की मौत हो गई. मृत प्रिंस कुमार गांव के मैदान में क्रिकेट खेल रहा था, इसी दौरान वज्रपात के चपेट में आ गया.


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