Jharkhand News: झारखंड में नई नियोजन नीति के विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन (JSSU) की तरफ से आज झारखंड बंद बुलाया गया है. झारखंड बंद के तहत राजधानी रांची सहित सभी जिलों में आज सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन ऐलान किया गया था. दरअसल, रांची में 17 अप्रैल से ही झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले छात्रों का जुटान शुरू हो गया था. वहीं 18 अप्रैल की शाम को मशाल जुलूस निकालकर झारखंड बंद को सफल बनाने का आह्वान किया गया था. इससे पहले नियोजन नीति और बेरोजगारी के खिलाफ 9 अप्रैल को भी छात्र संगठनों ने रांची यूनिवर्सिटी से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस भी निकाला था. छात्रों का कहना है कि नियोजन नीति का विरोध तब तक नहीं थमेगा, जब तक हमारी मांग पूरी नहीं की जाती है.


झारखंड बंद से धनबाद जिले के अधिकतर सड़कों को अवरूद्ध कर दिया गया है. जगह-जगह आगजनी कर छात्र संगठन बंदी सफल बनाने में जुटे हैं. झारखंड बंदी से जगह जगह सड़कें जाम है. रोजमर्रा के कामों के लिए बाहर निकले लोग जहां तहां फंसे हुए हैं और भीषण गर्मी में लोगों का हाल बेहाल है. कई जगह गर्मी से परेशान लोग बंदी कर रहे छात्रों से भी उलझ पड़े. वहीं छात्र संगठनों के बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी 24 जिलों को अलर्ट किया गया. पुलिस-प्रशासन की जगह-जगह पर तैनाती बढ़ा दी गई है. बंद को लेकर रांची, बोकारो और धनबाद के एसपी को विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गयी है. 


5000 से अधिक जवानों की तैनाती
झारखंड बंद समर्थकों से निपटने के लिए 5000 से अधिक जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दरअसल, पिछली सरकार से पहले नियुक्तियों में 50% आरक्षण का प्रावधान था, लेकिन इसमें EWS के तहत सवर्णों का आरक्षण जुड़ जानके बाद यह 60% हो गया है. ऐसे में 60% सीटों पर नियुक्तियां झारखंड के आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की होगी. वहीं 40 प्रतिशत सीटें 'ओपन टू ऑल' है यानी केवल 60% आरक्षित सीटें ही ऐसी हैं, जिन पर झारखंड के ही अभ्यर्थियों की नियुक्ति होनी है. बाकी के 40% सीटों पर किसी भी राज्य के युवा झारखंड में रोजगार पा सकते हैं.



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