Jharkhand News: झारखंड में 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति कि मांग को लेकर आज विभिन्न छात्र संगठनों ने झारखंड बंद का आवाहन किया है. वहीं धनबाद (Dhanbad) की सड़कों पर इसका खास असर देखा जा रहा है. जगह-जगह सड़कों पर आगजनी कर आवागमन को बाधित कर दिया गया है. इससे रोजमर्रा के कामों के लिए निकले लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, झारखंड के अलग अलग क्षेत्रों से विभिन्न छात्र संगठन 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति कि मांग कर रहे हैं. झारखंडी छात्रों का कहना है कि सरकार यहां के मूलवासियों कि जनभावना के साथ खिलवाड़ कर रही है.
झारखंड में 60-40 नियोजन नीति को लागू किया जा रहा है. छात्रों का कहना है कि झारखंड अलग राज्य बना ताकि यहां के मूलवासी लोग जो वर्षों से उपेक्षित रहे हैं उन्हें उनका वाजिब हक मिलेगा. लेकिन शासन सत्ता जिनके हाथों में रही है उन्होंने है यहां के लोगों को गुमराह करने का काम किया है. झारखंड में तीन वर्षों से ज्यादा समय से जेएमएम कांग्रेस की सरकार है. इन दलों ने चुनावी घोषणा पत्र में साफ कहा था कि उनकी सरकार बनी तो 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति लागू कर मूलवासियों को उनका हक दिलाने का काम किया जाएगा. लेकिन सरकार बनते ही 1932 आधारित नियोजन नीति ठंडे बस्ते में चला गई और 60-40 नियोजन नीति को लागू किया जा रहा है.
मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
छात्र संगठनों का कहना है कि आज के झारखंड बंद से भी सरकार अगर नहीं चेती तो आगे बड़े पैमाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा. आने वाले समय में सरकार में शामिल जेएमएम और कांग्रेस दोनों पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. लोगों ने कहा कि व्यापक पैमाने पर आंदोलन कि रूप रेखा तय होगी और झारखंडी युवाओं को जागरूक करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म को माध्यम बनाया जाएगा.
जगह-जगह पुलिस बल तैनात
झारखंड बंद से धनबाद जिले के अधिकतर सड़कों को अवरूद्ध कर दिया गया है. जगह-जगह आगजनी कर छात्र संगठन बंदी सफल बनाने में जुटे हैं. इस दौरान कोई अप्रिय घटना ना घटे इस लिहाज से जगह जगह भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात कराया गया है. झारखंड बंदी से जगह-जगह सड़कें जाम हैं. रोजमर्रा के कामों के लिए बाहर निकले लोग जहां तहां फंसे हुए हैं और भीषण गर्मी में लोगों का हाल बेहाल है. कई जगह गर्मी से परेशान लोग बंदी कर रहे छात्रों से भी उलझ पड़े. हालांकि, मौके पर तैनात पुलिस जवानों ने मामले को शांत करा दिया.