Jharkhand Bandh: झारखंड में 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ में छात्र संगठनों ने दो दिवसीय झारखंड बंद का एलाह किया है. झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के आह्वान पर 10 और 11 जून को झारखंड बंद रखा गया है. आज 10 जून को पहले दिन धनबाद में बंद का खासा असर रहा है. बंद समर्थकों ने धनबाद स्थित श्रमिक चौक और गया पुल को जाम कर दिया. इससे शहर का यातायात पूरी तरह ठप हो गया. सड़कों पर लंबी-लंबी कतारें लग गईं. आम वाहनों के साथ-साथ इमर्जेंसी सेवा से जुड़े वाहन भी घंटों जाम में फंसे रहे. कई एम्बुलेंस भी इस जाम में फंस गए, जिससे मरीजों को काफी कठिनाई उठानी पड़ी.


इसके बाद में पुलिस द्वारा किसी तरह एम्बुलेंस को रास्ता दिलाया गया, तब जाकर एम्बुलेंस मरीजों को लेकर अस्पताल जा सकी. वहीं चार घंटे तक जाम से आम राहगीर परेशान रहे. इसके बाद पुलिस ने जबरन छात्र संगठन के लोगों को सड़क से हटाया और आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेताओं को हिरासत में लिया. इसके बाद सड़क पर यातायात सेवा शुरू हो सकी.


जाम में फंसी रही एंबुलेंस


आज छात्र संगठन धनबाद जिला के मुख्य सड़क बैंक मोड़ और श्रमिक चौक के बीच गया पुल के नीचे धरना पर बैठ गए. बंदी पर बैठे लोग नारेबाजी कर 60-40 नियोजन नीति का विरोध करने लगे. सड़क के दोनों ओर भारी जाम लग गया. जाम में एंबुलेंस भी काफी देर तक फंसी रही, जिसे पुलिस की मदद से काफी मशक्कत से निकाला गया. वहीं जाम से बाइक सवार लोगों का इस कड़ी धूप में बुरा हाल था वे न तो पीछे जा पा रहे थे न ही आगे निकल पा रहे थे. इधर बलियापुर के कर्माटांड में भी सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया.


छात्रों को हिरासत में लिया गया


वही बैंक मोड़ थाने के प्रभारी प्रभात रंजन पांडेय दल बल के साथ गया पुल पंहुचे और काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शन कर रहे छात्रों को गया पुल से नीचे हटाया, जिसके बाद आवागमन चालू हुआ. वहीं फिर थोड़ी देर बाद कुछ दूरी पर प्रदर्शन कर रहे लोग बैठ गए, तब फिर पुलिस बल को मशक्कत करनी पड़ी तब जाकर वहां से जाम हटाया गया. इस दौरान प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे छात्र संगठन के कुश महतो को पुलिस हिरासत में लेकर कर धनबाद थाना ले गई है. संगठन की ओर से कल यानी 11 जून को भी बंद का एलान किया गया है.




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