Jharkhand: डोबो पुल पर आदिम जनजाति के लोगों ने स्थापित की बिरसा मुंडा की प्रतिमा, समर्थकों ने कहा- 'अपमान बर्दाश्त नहीं...'
Birsa Munda Statue Installation: बिरसा मुंडा के समर्थक उक्त स्थल पर पहुंचे और बिरसा मुंडा की प्रतिमा को स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया. इस दौरान भारी संख्या में बिरसा मुंडा के समर्थक मौजूद थे
Birsa Munda Statue Installation Seraikela: झारखंड के सरायकेला जिले में आदिम जनजाति और कुड़मी जाति के मध्य बढ़ते तनाव के बीच, डोबो पुल पर आदिम जनजाति के लोगों ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित किया. वहां मौजुद लोगों ने कहा कि बिरसा मुंडा का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा. मौके पर तैनात पुलिस ने भी आदिम जनजाति के लोगों के सामने घुटने टेक दिए.
झारखंड के सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत कपाली के डोबो पुल नामकरण का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बिरसा मुंडा के समर्थक उक्त स्थल पर पहुंचे और बिरसा मुंडा की प्रतिमा को स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया. इस दौरान भारी संख्या में बिरसा मुंडा के समर्थक मौजूद थे. आपको बता दें कि डोबो पुल नामांकरण को लेकर कुछ दिनों पहले कुड़मी जाति के प्रदर्शनकारी, शहीद रघुनाथ महतो समर्थक और बिरसा मुंडा के समर्थक आमने-सामने हो गए थे.
'आदिवासी में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन नहीं अपना रहे परंपराएं'
दोनों गुटों के लोग आपस में भिड़ गए. माहौल इतना बिगड़ा कि सरायकेला पुलिस भी भीड़ के आगे बौनी साबित हो गई. स्थानीय प्रबुद्ध लोगों के द्वारा हिंसक झड़प होने से रोका जा सका. अब एक बार फिर बिरसा मुंडा के समर्थक उक्त स्थान पर उनकी मूर्ति स्थापित कर रहे हैं. वहीं, केंद्रीय समिति की महिला सचिव द्रोपति मुंडा ने कहा के इन लोगों के द्वारा बिरसा मुंडा के साथ छेड़छाड़ किया गया है, जिसे मुंडा समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो यह आदिवासी में शामिल होना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ आदिवासी की परंपरा को नहीं अपना रहे हैं. पूरे मामले पर जब सरायकेला के एसपी एवं चांडिल के डीएसपी से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया तो वह कैमरे के सामने आने से बचते नजर आए.
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