Jharkhand BJP Delegation Met CEC: झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं. इस बीच झारखंड बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. उन्होंने राज्य में फर्जी वोटर्स को लेकर शिकायत की. 


बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''हमारी शिकायत है कि झारखंड के कुछ इलाके जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है, उन इलाकों में मतदाता सूची में वोटरों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. 






झारखंड में 20 से 123 फीसदी तक फर्जी वोटर्स- मरांडी


उन्होंने दावा करते हुए कहा, ''झारखंड में 20 फीसदी से लेकर 123 फीसदी तक फर्जी वोटर हैं, जिन्हें मतदाता सूची में जोड़ा गया है. यह गलत है. अगर इस तरह से डेमोग्राफी बदलती है, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा होगा. हम सभी को इस खतरे को महसूस करने की जरूरत है. हमने चुनाव आयोग से इस मामले की गहन समीक्षा और जांच करने की मांग की है.''


बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी लिखा, ''आज निर्वाचन सदन, नई दिल्ली में भारतीय निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में मतदान बूथों पर अल्पसंख्यक समुदाय के वोटरों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि और हिंदू बहुल मतदान बूथों पर वोटरों की संख्या में आई कमी के संदर्भ में विस्तृत जांच कराने हेतु ज्ञापन सौंपा.''


बता दें कि झारखंड के संथाल परगना और अन्य इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से डेमोग्राफी में बदलाव और कई मतदान केंद्रों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या में इजाफे को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग को 500 पृष्ठों की सर्वे रिपोर्ट सौंपी है, जिसके आंकड़े इस ओर संकेत करते हैं कि सैकड़ों बूथों पर अल्पसंख्यक समुदाय के वोटर्स की संख्या बढ़ी है.


झारखंड बीजेपी अध्यक्ष का आरोप है कि अल्पसंख्यक वोटर्स की संख्या में इजाफे के पीछे की वजह विदेशी घुसपैठ है. इसमें राज्य सरकार की भी भूमिका है.


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