Rahul Gandhi Defamation Case: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधी है. दरअसल, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से जुड़े मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाई कोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद कांग्रेस पार्टी देशभर में प्रदर्शन कर रही है. साथ ही झारखंड कांग्रेस भी लगातार केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर है. कांग्रेस, राहुल गांधी को सजा और हाई कोर्ट से याचिका खारिज होने के लिए सीधे दौर पर बीजपी को निशाना बना रही है. बता दें कि, कांग्रेस का आरोप है कि भ्रष्टाचार, अडानी को लेकर हिंडनबर्ग रिपोर्ट, रोजगार, किसान और महिला सुरक्षा पर सवाल पूछने के एवज में केंद्र सरकार ने राहुल गांधी को निशाना बनाया है.
ऐसे में बाबूलाल मरांडी ने इन्हीं आरोपों पर पलटवार किया है. बाबूलाल मरांडी ने एक ट्वीट में कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा है कि राहुल गांधी की सजा के खिलाफ देशवासियों को आवाज उठानी चाहिए. मतलब कांग्रेस अपने पाप में देश की जनता को क्यों भागीदार बनाना चाहती है? पिछड़ों-दलितों को अपमानित आप (कांग्रेस) करें, उनके लिए निकृष्टतम शब्दों का उपयोग आप करें और चोरी पकड़ी जाए तो बहानें बनाएं. देश की जनता कांग्रेस पार्टी के कुकर्मों से ऊब चुकी है. पूरा देश आज कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाने के लिए एक हो गया है.'
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि, राहुल गांधी को फौरी राहत देने की याचिका को गुजरात हाई कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी. दरअसल, राहुल गांधी ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नीरव मोदी और ललित मोदी का नाम लेते हुए कहा था कि, सभी मोदी सरनेम वाले चोर क्यों होते हैं? इस मामले में गुजरात में बीजेपी विधायक ने मानहानि का केस दर्ज कराया था. सूरत कोर्ट ने मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी. सजा सुनाए जाने के बाद उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त हो गई. वहीं रांची में प्रदीप मोदी नाम के बीजेपी नेता ने राहुल गांधी के खिलाफ सेशन कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी. राहुल गांधी ने झारखंड हाई कोर्ट में चुनौती दी जहां से उनके खिलाफ पीड़क कार्रवाई करने पर रोक लगाई गई है.