Babulal Marandi Big Reveal In Dumka Death Case: दुमका हत्याकांड को लेकर सियासत जारी है. एक तरफ जहां  बीजेपी नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari), गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) और कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) अंकिता के घर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की तो वहीं अब दूसरी तरफ झारखंड (Jharkhand) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि, अंकिता को जब दुमका के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया तो अस्पताल में पंखे तक नहीं थे.


'अंकिता को असहनीय जलन हो रही थी'
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट कर कहा कि, ''अंकिता को जब दुमका के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो अस्पताल में पंखे तक नहीं थे. अंकिता के पिता एक परिचित से पंखा मांग कर लाए. बेहतर इलाज के लिए जब रिम्स आए तो 4 एसी लगे कमरे में सबके सब खराब पड़े थे. अंकिता को असहनीय जलन हो रही थी, उसके पिता ने 600 में फिर एक पंखा खरीदा.'' 






जानें पूरी घटना 
बता दें कि, दुमका के जरुआडीह मोहल्ले की रहने वाली अंकिता को उसी मोहल्ले में रहने वाला शाहरुख नाम का युवक पिछले कुछ महीनों से परेशान कर रहा था. उसने उसका मोबाइल नंबर कहीं से हासिल कर लिया था और उसे फोन पर बात करने और शादी के लिए दबाव डाल रहा था. अंकिता ने घरवालों ने एक बार शाहरुख को समझाया भी था, लेकिन उसकी हरकतें बंद नहीं हुईं. बीती 22 अगस्त की रात उसने अंकिता को फोन पर उसे जान से मारने की धमकी दी और कुछ ही घंटे बाद मंगलवार सुबह 5 जब घर के सभी लोग सो रहे थे, तभी शाहरुख ने कमरे में अकेली सो रही अंकिता पर खिड़की के जरिए पेट्रोल छिड़का और उसके बाद आग लगा दी. जलती हुई अंकिता ने शोर मचाया तो घर के लोग जागे. गंभीर रूप से झुलसी अंकिता की इलाज के दौरान रांची के रिम्स में मौत हो गई थी. हत्याकांड के आरोपी शाहरुख के उसके दोस्त नईम को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.


पीड़ित परिवार से मिले बीजेपी नेता 
गौरतलब है कि, दुमका में अंकिता सिंह के साथ हुई दिलदहला देने घटना के बाद बीजेपी नेता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दुमका पहुंचे. गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) के साथ कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) और मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) भी थे. बीजेपी के तीनो नेताओं ने अंकिता के पिता, दादा, दादी, भाई और बहन से मिलकर घटना के विषय में जानकारी ली और दुख व्यक्त करते हुए भरोसा दिया कि अंकिता को इंसाफ दिलाने में बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. इस दौरान इन नेताओं ने पीड़ित परिवार को 28 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी की.


'सरकार पिकनिक मना रही थी'
दुमका पहुंचे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि, ''आज देश के हजारों लोग दुमका के बेटी को संवेदना व्यक्त करने के लिए के लिए खड़े हैं लेकिन इस बेटी के परिवार के प्रति मुख्यमंत्री और उसके भाई के पास समय नहीं है. उन्होंने मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि अंकिता की जगह नईम रहता तो मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट उसके दरवाजे पर खड़ी रहती. उन्होंने कहा कि अंकिता बच सकती थी अगर सरकार चाहती तो, लेकिन सरकार पिकनिक मना रही थी. उन्होंने कहा कि जब नईम के लिए हेलीकाप्टर आ सकता है तो फिर अंकिता के लिए क्यों नहीं. दुनिया में कही भी इलाज हो सकता था, लेकिन बच्ची तड़प-तड़प कर मर गई. सरकार के पास समय नहीं है पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने का. पूरी दुनिया इस बच्ची के साथ खड़ी है लेकिन सरकार साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि लव जिहाद के एंगल से मामले की बारीक जांच होनी चाहिए. मामले के तार PFI बांग्लादेश, और लव जिहाद से जुडे हैं, इसके मास्टरमाइंड कि जांच होनी चाहिए.''


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