Watch: जलपाईगुड़ी में मूर्ति विसर्जन के दौरान नदी में आई बाढ़ से 8 की मौत, BJP नेता ने शेयर किया वीडियो, जताया दुख
Jalpaiguri Flood: जलपाईगुड़ी में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई है. कई लोग लापता है. हादसे पर बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने दुख जताया है.
Jalpaiguri Flood In Mal River During Durga Puja Immersion: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के जलपाईगुड़ी (Jalpaiguri) जिले में बुधवार को दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान मल नदी (Mal River) में अचानक बहाव तेज होने से बहे लोगों की तलाश जारी है. अभी तक 8 शव (Dead Body) बरामद किए जा चुके हैं. जलपाईगुड़ी के पुलिस अधीक्षक देवर्षि दत्ता ने बताया कि विजयादशमी के अवसर पर नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान बुधवार रात करीब साढ़े 8 बजे अचानक बहाव बढ़ने से कुछ लोग बह गए. लापता लोगों का पता लगाने के लिए खोज एवं बचाव अभियान जारी है. इस हादसे पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने दुख जताया है.
बाबूलाल मरांडी ने जताया दुख
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट कर कहा कि, ''पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा विसर्जन के दौरान नदी में आई अचानक तेज धार से 7 श्रद्धालुओं के बहने से मौत और कइयों के लापता होने की दुःखद सूचना से मन व्यथित है. इस दुःखद हादसे पर मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर से लापता हुए लोगों की कुशलता की कामना करता हूं.''
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा विसर्जन के दौरान नदी में आई अचानक तेज धार से 7 श्रद्धालुओं के बहने से मौत और कइयों के लापता होने की दुःखद सूचना से मन व्यथित है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 6, 2022
इस दुःखद हादसे पर मेरी गहरी संवेदनाएं।
ईश्वर से लापता हुए लोगों की कुशलता की कामना करता हूं।#JalpaiguriAccident pic.twitter.com/VSpUWLRn7G
मृतकों में बच्चे और महिलाएं शामिल
एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में 8 साल लड़का, 13 साल की लड़की और 3 महिलाएं भी शामिल हैं. हादसा उस समय हुआ, जब दुआर्स क्षेत्र के माल बाजार में कई सामुदायिक दुर्गा पूजा समितियों की मूर्तियों का विसर्जन मल नदी में किया जा रहा था. अधिकारी ने बताया कि 15 घायल लोगों को एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नदी में अचानक हुआ तेज बहाव
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए माल नदी में लेकर आए थे. श्रद्धालु विसर्जन के लिए नदी किनारे आए, लेकिन किनारे में पानी कम था, ऐसे में वे प्रतिमा को थोड़ा आगे लेकर बढ़े ताकि सही से विसर्जित हो जाए. लोग बीच में खड़े होकर विधि पूर्वक प्रतिमा विजर्सित कर ही रहे थे कि अचानक नदी में जल का स्तर बढ़ गया और तेज बहाव आ गया. पानी का बहाव ऐसा था मानो अचानक बाढ़ आ गई हो. तेज बहाव की वजह से लोग बहने लगे.
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