Banned Bangladeshi Organization Active In Jharkhand: दुमका हत्याकांड के बाद झारखंड का सियासी परा चढा हुआ है. एक तरफ जहां बुधवार को बीजेपी नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari), गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) और कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) अंकिता के घर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की तो वहीं अब दूसरी तरफ झारखंड (Jharkhand) के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि, दुमका समेत पूरे संथाल परगना में प्रतिबंधित बांग्लादेशी संगठन सक्रिय है. 


'आदिवासी समाज के अस्तित्व को समाप्त करने की साजिश'
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट कर कहा कि, ''दुमका समेत पूरे संथाल परगना में प्रतिबंधित बांग्लादेशी संगठन सक्रिय है, जो सुनियोजित तरीके से लड़कियों को अपने जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं. यह गहरी साजिश कहीं न कहीं संथाल के आदिवासी समाज के अस्तित्व को समाप्त करने की दिशा में एक गहरा षड्यंत्र है.'' 


'अवैध वोटर कार्ड और दस्तावेज बनाने का गिरोह सक्रिय'
एक अन्य ट्वीट में बीजेपी नेता ने कहा कि, ''झारखंड गृह विभाग अपनी रिपोर्ट में बता चुका है कि इन संथाल में अवैध वोटर कार्ड और दस्तावेज बनाने का गिरोह सक्रिय है. इन इलाकों में जमात उल मुजाहिद्दीन, पीएफआई, अंसार उल बांग्ला जैसे प्रतिबंधित संगठन की सक्रियता विगत कुछेक वर्षों में तेजी से बढ़ी है.'' 






हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप
यहां ये भी बता दें कि, दुमका पहुंचे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने झारखंड सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा था कि यदि अंकिता की जगह नईम रहता तो मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट उसके दरवाजे पर खड़ी रहती. उन्होंने कहा था कि, जब नईम के लिए हेलीकाप्टर आ सकता है तो फिर अंकिता के लिए क्यों नहीं. उन्होंने कहा था कि, अंकिता हत्याकांड में मामले के तार PFI बांग्लादेश, और लव जिहाद से जुडे हैं, इसके मास्टरमाइंड कि जांच होनी चाहिए.


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