Navratri 2022: नवरात्रि के पहले दिन BJP नेता रघुवर दास ने की शक्ति उपासना, मां दुर्गा से की ये कामना
Jamshedpur News: झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास (Raghubar Das) ने झारखंड वासियों को दुर्गा पूजा की बधाई दी है. उन्होंने कहा कि मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है.
Jharkhand Raghubar Das Navratri Puja In Jamshedpur: झारखंड (Jharkhand) के जमशेदपुर (Jamshedpur) में दुर्गा पूजा की शुरुआत हो चुकी है. आज मां के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना धूमधाम से की जा रही है. सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर (Surya Mandir) परिसर में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है. इस बीच झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास (Raghubar Das), उनकी पत्नी रुक्मिणी देवी सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने मां की पूजा-अर्चना की और कलश की स्थापना की गई.
मां दुर्गा से कामना की ये कामना
इस मौके पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड वासियों को दुर्गा पूजा की बधाई दी. उन्होंने कहा कि मां के 9 रूपों की पूजा 9 दिन की जाती है. मां शक्ति स्वरूपा है, जिनकी पूजा शुद्धता के साथ की जाती है. उन्होंने कहा कि देश का विकास हो और देश प्रगति का पथ पर बढ़ता रहे इसी को लेकर उन्होंने मां दुर्गा से कामना की है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है. उन्होंने कहा कि देश में सौहार्द और भाईचारा बना रहे ताकि हमारे देश का विकास और तेजी से हो सके.
या देवी सर्वभूतेषु मातृ-रूपेण संस्थिता।
— Raghubar Das (@dasraghubar) September 26, 2022
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
नवरात्र के पावन अवसर पर आज जमशेदपुर के सूर्य मंदिर परिसर स्थित दुर्गा मंदिर में सपत्नीक कलश स्थापना की।
जगत जननी और दुष्टों का संहार करने वाली माँ भगवती से सभी के कल्याण की कामना की।
जय माता दी🌺🪷 pic.twitter.com/O3HZs5k9EP
प्रदूषण मुक्त दुर्गा पूजा को लेकर दिशानिर्देश जारी
यहां ये भी बता दें कि, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) ने नगर निकायों और पूजा समितियों को ये सुनिश्चित करने की सलाह दी है कि जलाशयों को प्रदूषित होने से बचाने के लिए निर्धारित क्षेत्रों में दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया जाए. एक अधिकारी ने बताया कि, बोर्ड ने पूजा समितियों से पूजा सामग्री फेंकने के लिए सैनिटरी लैंडफिल का इस्तेमाल करने को भी कहा है. उसने प्रदूषण मुक्त दुर्गा पूजा सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
भव्य तरीके से होता है दुर्गा पूजा का आयोजन
बोर्ड ने पूजा समितियों से मूर्ति बनाने के दौरान रसायन मिश्रित रंगों का इस्तेमाल नहीं करने और पर्यावरण अनुकूल रंग को बढ़ावा देने को कहा है, ताकि विसर्जन के बाद पानी प्रदूषित ना हो. बोर्ड ने पूजा समितियों को फूल, कपड़े, कागज जैसी पूजा सामग्रियां को पानी में नहीं फेंकने की सलाह दी है. झारखंड की राजधानी रांची और उसके आसपास हर साल करीब 200 पूजा पंडाल बनाए जाते हैं.
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