Jharkhand Boat Capsized: जामताड़ा जिले में नाव हादसे में लापता लोगों की तलाश हुई तेज, NDRF के साथ लगाए गए ये एक्सपर्ट
Jamtara News: झारखंड (Jharkhand) के जामताड़ा (Jamtara) जिले के इलाके में नाव हादसे में लापता लोगों की तलाश तेज हो गई है. इसमें एनडीआरएफ (NDRF) टीम ने खोज के लिए रेस्क्यू तेज कर दिया गया है.
Jharkhand News: झारखंड (Jharkhand) के जामताड़ा (Jamtara) जिले के इलाके में बीते शाम छह से साढ़े छह बजे के बीच श्यामपुर वीरगराम गांव के समीप बराकर (Barakar) नदी में नाव हादसा हुआ. इसमें एनडीआरएफ (NDRF) टीम ने लापता लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू तेज कर दिया गया है. इस घटना में एक दर्जन से अधिक लोगों के डूब जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
कितने लोग हैं लापता
कल देर शाम प्रशासन स्थानीय ग्रामीणों की मदद से तीन लोगों को बाहर निकाला था. आज देवघर से आई एनडीआरएफ की 17 सदस्यी टीम नदी में लोगों की तलाश करने पर जुटी है. एक्सपर्ट गोताखोर को भी लगाया गया है. जामताड़ा के एसडीओ संजय पांडेय के अनुसार लोगों के तलाश के लिए पहले सुबह एडीआरएफ की टीम जुटी हुई है. लोगों की संख्या करीब 16 के आस पास बताई जा रही है. इधर स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार घटना के बाद तीन लोग नदी से सब कुशल बचा लिए गए हैं. जबकि लोगों का कहना है कि नाव में लगभग 16 लोग सवार थे.
कैसे हुई घटना
हालांकि इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है की कितने लोग नाव पर सवार थे. जिला प्रशासन की पूरी टीम घटनास्थल पर गुरुवार शाम से ही मौजूद है. एनडीआरएफ की टीम ने देर रात में प्रयास किया गया था. लेकिन अंधेरे के कारण कुछ खास परिणाम नहीं निकला. सुबह होते ही पुनः एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय लोगों की टीम भी नदी में तलाश के लिए निकल गए हैं. जिसमें प्रशिक्षित गोता खोर शामिल हैं. इधर नाव में फंसे एक ग्रामीण के मुताबिक लोगो की संख्या 16 से ज्यादा थी. आज बाइक के साथ साइकिल भी नाव में चढ़ाए गये थे. जब बीच में नाव पहुंची तो वह पलट गई. हमने बचाव के लिए काफी आवाज लगाई थी.
क्या बोले स्थानीय
गौरतलब है कि यह जिले की पहली घटना नहीं है. इससे पूर्व भी घटना घट चुकी है. हालांकि उस वक्त लोगों को बचा लिया गया था. बताया जाता है कि 2007 में निर्माणधीन पुल 2009 में पिलर के छतिग्रस्त होने पूरा नहीं हो पाया. स्थानीय ग्रामिणों का कहना है कि ग्रामीण पुल की मांग को लेकर कई बार आन्दोलन कर चुके हैं. पुल नहीं बनाने के कारण लोग नौका का सहारा लेते हैं. ज्यादा लोड होने के कारण नाव असंतुलित होकर दुर्घटना का कारण बनता है. हालांकि कल की घटना तेज हवा का भी कारण माना जा रहा है.
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