Ramgarh By Polls: झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर रविवार को मतदान कल होगा. इस सीट पर 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं पर यहां असली मुकाबला दो परिवारों के बीच है. यह चुनाव दो पतियों की ओर से अपनी पत्नियों के सम्मान में लड़ी जा रही लड़ाई के कारण दिलचस्प होने जा रहा है.


चुनाव में एक ओर कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो हैं, जिनकी पत्नी ममता देवी जेल में हैं. ममता देवी ने इस सीट पर 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी, लेकिन एक आपराधिक मामले में पांच साल की सजा के चलते उनकी विधायकी चली गई और इसी वजह से यहां हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने उनके पति को प्रत्याशी बनाया है. मुकाबले में दूसरी ओर गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी हैं, जिन्हें एनडीए ने उम्मीदवार बनाया है. 2019 के चुनाव में भी सुनीता चौधरी अपने सांसद पति के राजनीतिक रसूख के भरोसे उम्मीदवार बनी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.


इस तरह मुकाबला पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो और सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी के बीच में है. बजरंग महतो जहां कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में गठबंधन के घटक दलों के सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं सुनीता चौधरी एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव के मैदान में हैं. अगर जमीनी समीकरण की बात की जाए तो ममता देवी क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक रह चुकी हैं और एक केस के सिलसिले में उनकी विधायकी गयी है,इसलिए उनके पति बजरंग महतो को सहानुभूति वोटों का लाभ मिल सकता है.


Jharkhand Naxals: 1 दिन पहले हुए नक्सली हमले के बाद चाईबासा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 6 कुख्यात नक्सली हुए गिरफ्तार


सांसद की पत्नी हैं सुनीता
दूसरी तरफ सुनीता चौधरी चूंकि गिरिडीह से सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं और चंद्रप्रकाश रामगढ़ से विधायक रह चुके हैं इसलिए क्षेत्र में उनके चाहनेवाले भी कम नहीं हैं.


रामगढ़ उपचुनाव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चुनौती के रूप में लिया है. महागठबंधन के नेताओं का समग्रता में साथ मिलना भी बजरंग महतो के पक्ष में जाता है. छह प्रमुख वामदलों ने रामगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया है. माकपा, भाकपा, भाकपा (माले), फारवर्ड ब्लाक, आरएसपी और मासस ने रामगढ़ उप चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बजरंग महतो को समर्थन दिए जाने का फैसला लिया.