Jharkhand Cash Scandal: झारखंड की राजनीति में बीते दिनों उस वक्त भूचाल आ गया जब तीन विधायकों- इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी के पास से करीब 49 लाख रुपये बरामद हुए. ये तीनों विधायक एक ही गाड़ी से सफर कर रहे थे. पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इनके पास से रुपये बरामद करने के बाद पूछताछ की. जब तीनों ने अलग-अलग जवाब दिया तो उनके साथ जा रहे दो और लोगों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें अदालत में पेश किया. जहां से उन्हें 10 दिन की सीआईडी रिमांड में भेजा गया.
इस मामले में एक ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की गठबंधन सरकार ने भारतीय जनता पार्टी पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया. सत्तापक्ष के विधायक अनूप सिंह ने असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा तक पर गंभीर आरोप लगा दिए और बाद में उन्हीं की एक तस्वीर ने रांची के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी.
आइए हम आपको बताते हैं कि अब तक इस मामले में क्या हुआ और कैसे यह पूरा घटनाक्रम अब सिर्फ झारखंड के सत्ता के गलियारों तक सीमित ना रहकर दिल्ली में भी चर्चा का विषय बना हुआ.
-30 जुलाई को बंगाल के हावड़ा जिले में तीनों विधायक पकड़े गए और उनके पास से भारी नकदी बरामद हुई. इसी रात पुलिस ने तीनों से पूछताछ हुई लेकिन सभी ने अलग-अलग जवाब दिए और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया.
-इसके बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में 'ऑपरेशन लोटस' की कोशिश में थी लेकिन उसका पर्दाफाश हो गया. वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि तीनों विधायकों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और प्रवर्तन निदेशालय और अन्य केंद्रीय एजेंसियों से मामले की जांच कराने की मांग की.
-मामला बढ़ता देख कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन कांग्रेस विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को निलंबित कर दिया.
-इसके बाद झारखंड कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह ने एक शिकायत दर्ज कराई जिसमें असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा पर आरोप लगाए. इसके अलावा दावा किया कि उन्हें सरकार गिराने में मदद करने पर 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का आश्वासन दिया गया.
-इस मुद्दे पर जारी राजनीतिक हलचल के बीच सीआईडी ने दावा किया कि इन तीनों विधायकों कोलकाता में लाखों रुपये दिए गए और इस मामले की जांच के दायरे में एक व्यापारी भी है. समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार सीआईडी के अधिकारी के ने बताया, ‘तीनों विधायक एक बिचौलिए के साथ गुवाहाटी गए थे, जहां किसी प्रभावशाली व्यक्ति के साथ एक सौदा किया गया। इसके बाद तीनों ने कोलकाता के लिए उड़ान भरी और सदर स्ट्रीट स्थित एक होटल में ठहरे.’
-वहीं जांच पड़ताल के बीच बीजेपी नेता पीजूष हजारिका ने असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा के साथ विधायक अनूप सिंह की फोटो जारी कर दी. इस तस्वीर में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी भी थे. इस तस्वीर पर विधायक इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी ने आरोप लगाया कि अनूप सिंह ही सरकार गिराने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने हिमंत से मुलाकात की और आरोप इरफान पर लगा दिया.
-हालांकि अनूप सिंह ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने झारखंड के प्रभारी अविनाश पांडे की जानकारी में असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की.
-तस्वीरों पर राजनीति शुरू होने के बाद असम के सीएम ने भी अनूप सिंह के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि विधायक ने उनसे क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर मुलाकात की थी.
- तीनों विधायकों की गिरफ्तारी पर विधानसभा के मानसून सत्र में जमकर हंगामा भी हुआ. बीजेपी और सत्तारुढ़ गठबंधन ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए.
- फिलहाल इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस हाईकमान ने झारखंड सरकार में कम से कम तीन मंत्रियों को बदलने का मन बना लिया है और माना जा रहा है कि मानसून सत्र के बाद झारखंड काबीना में फेरबदल हो सकता है.
-वहीं मंगलवार को सीआईडी ने कोलकाता में एक व्यापारी के यहां छापा मारा और चांदी के 250 सिक्कों समेत 3,31,000 रुपये बरामद किए. सीआईडी ने आरोपी महेंद्र अग्रवाल के दफ्तर पर छापा मारा और उसे सील कर दिया.