Eid al-Fitr 2023: झारखंड में धार्मिक सौहार्द के साथ मनाई जा रही ईद, CM सोरेन सहित राज्यपाल ने दी लोगों को बधाई
Eid Ul-Fitr 2023: अधिकारियों ने कहा कि रामनवमी में सांप्रदायिक झड़पों को देकते हुए जमशेदपुर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. धनबाद में भी लोगों ने पुराना बाजार जामा मस्जिदमें नमाज अदा की.
Eid Mubarak 2023: झारखंड के सभी मस्जिदों में आज ईद की नमाज अता की गई. बदले मौसम ने ईद के जश्न को बढ़ा दिया है. दोपहर में ठंडी हवा और बादलों ने गर्मी से राहत दी है. मुस्लिम समाज के लोग भारी संख्या पारंपरिक कुर्ता और पायजामा पहने विभिन्न उम्र के लोगों ने अपने नजदीकी मस्जिदों में जाकर नमाज अदा की. किसी को परेशानी ना हो इसलिए नमाज से पहले ट्रैफिक व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया गया. कई रास्ते डायवर्ट किए गये. राजधानी रांची के हरमू स्थित प्रसिद्ध ईदगाह में भी ईद की नमाज अता की गई.
इसके साथ ही ऊपरी बाजार जामा मस्जिद, डोरंडा ईदगाह, कद्रू ईदगाह और इकरा मस्जिद में बड़ी भीड़ देखी गई. इसी के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईद के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. सीएम ने लिखा कि, 'यह शांति, एकता, आनंद, उल्लास और उत्साह का पर्व है. मैं प्रार्थना करता हूं कि यह त्योहार सभी के जीवन में खुशियां और समृद्धि लाए.' इसी के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ट्वीट किया कि, ईद-उल-फितर पर सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. ईद मुबारक.' वहीं जमशेदपुर में साकची, कदमा, जुगसलाई और धतकीडीह की मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने पहुंचे. साकची आम बागान मैदान में नमाजियों का सबसे बड़ा जमावड़ा देखा गया. जहां आम बागान मस्जिद और ईदगाह समिति द्वारा विशेष नमाज का आयोजन किया गया.
सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम
दरअसल, अधिकारियों ने कहा कि रामनवमी के बाद सांप्रदायिक झड़पों के मद्देनजर जमशेदपुर और उसके आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए. धनबाद में भी लोगों ने रेलवे स्टेडियम, पुराना बाजार जामा मस्जिद, कतरास, निरसा और बलियापुर में नमाज अदा की. पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल वी होमकर ने कहा कि त्योहार के लिए झारखंड के सभी 24 जिलों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि खुफिया सूचनाओं और पिछली कुछ घटनाओं के आधार पर तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स की छह कंपनियां और सीआरपीएफ की पांच कंपनियां रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, गिरिडीह, पलामू और दुमका के संवेदनशील जिलों में तैनात की गई हैं.