Protest For Justice: छत्तीसगढ़ के एक गिरजाघर में हुई तोड़फोड़ के खिलाफ देश के दूसरे हिस्सों में गुस्सा फूटने लगा है. अपने धार्मिक स्थल पर हमले के साथ ही झारखंड में ईसाई समुदाय के खिलाफ कथित हमलों और के खिलाफ रविवार को राजधानी रांची में प्रदर्शन किया. ‘झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन’ (जेसीवाईए) के बैनर तले समुदाय के पुरुषों और महिलाओं ने जीईएल गिरजाघर परिसर से मोराबादी मैदान तक रैली निकाली. प्रदर्शन के दौरान उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था, ‘गिरजाघरों पर हमले बंद करो’ और ‘धर्म के नाम पर बांटना बंद करो.’ 


देश को विभाजित करने का लगाया आरोप


प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पिछले महीने क्रिसमस के दिन राज्य के गढ़वा जिले में जश्न मनाने में जुटे समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया था. इस मौके पर उन्होंने झारखंड सरकार से राज्य में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया. कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और पूर्व विधायक बंधु तिर्की भी रैली में शामिल हुए. देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि कुछ ताकतें देश को धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहती हैं. हमारी रैली ऐसी ताकतों के खिलाफ है.


धर्मांतरण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरजाघर के बनाया गया था निशाना


वहीं, जेसीवाईए अध्यक्ष कुलदीप तिर्की ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि रैली का उद्देश्य छत्तीसगढ़ और झारखंड में ईसाई समुदाय पर हो रहे हमलों के खिलाफ विरोध दर्ज कराना था. हमने दोनों राज्यों की सरकारों से शांति और समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. गौरतलब है कि दो जनवरी को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर शहर में कथित धर्मांतरण के खिलाफ आदिवासियों के प्रदर्शन के दौरान गिरजाघर में तोड़फोड़ की गई थी और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक अधिकारी सहित छह पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया था.


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