झारखंड CID की बड़ी कार्रवाई, JSSC भर्ती परीक्षा के ‘पेपर लीक’ मामले में IRB के आठ जवान गिरफ्तार
Jharkhand News: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से आयोजित सीजीएल परीक्षा में एक बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है. झारखंड सीआईडी ने पांच आईआरबी जवान समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है.

Jharkhand Latest News: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा पिछले वर्ष सितंबर में आयोजित हुई भर्ती परीक्षा में ‘पेपर लीक’ हो जाने के सिलसिले में राज्य आपराधिक जांच विभाग (CID) ने भारतीय रिजर्व बटालियन (IRB) के पांच जवानों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
हालांकि, सीआईडी ने कहा है कि मूल प्रश्नपत्र लीक होने का कोई प्रत्यक्ष या भौतिक सबूत अब तक नहीं मिला है. सीआईडी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘जांच के दौरान, यह पता लगा कि परीक्षा से पहले प्रतिभागियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर एक गिरोह के सदस्यों ने रुपये जमा करवाए थे, जिससे लोगों के बीच प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह और संदेह फैल गया.’’ बयान में कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए आठ लोग इसी गिरोह से जुड़े हुए हैं.
सीआईडी ने क्या दावा किया?
सीआईडी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि झारखंड कंपीटिटिव एग्जाम प्रिवेंशन एंड रिड्रेसल ऑफ अनफेयर मीन्स इन रिक्रूटमेंट एक्ट 2003 के तहत अभियोगी के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया गया था. 21 और 22 सितंबर 2024 को राज्यभर में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा तीन पालियों में आयोजित हुई थी.
इस परीक्षा में कथित रूप से धोखाधड़ी हुई, जिसमें अभ्यर्थियों को गुमराह कर प्रश्नपत्र देने के नाम पर धन उगाही का मामला सामने आया. सीआईडी ने जांच के आधार पर दावा किया कि परीक्षा से पहले गिरोह के सदस्यों ने अभ्यर्थियों से सीजीएल प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर धन वसूला था. इस कारण सीजीएल प्रश्नपत्र लीक की अफवाहें तेज हो गईं. जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस गिरोह का कथित सरगना गोरखपुर का निवासी है.
जारी है सीआईडी की जांच
सीआईडी के तरफ से जारी की गई प्रेस रिलीज में यह बताया गया है कि गिरोह में इंडियन रिजर्व बटालियन आईआरबी के 6 जवान, एक असम राइफल का जवान, रामगढ़ में पोस्टेड एक होमगार्ड समेत कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
सीआईडी की एसआईटी के द्वारा केस में मास्टरमाइंड की तलाश जारी है. आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि गिरोह का मास्टरमाइंड उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का रहने वाला है. अब एसआईटी ने यह दावा किया है कि अब तक पेपर लीक से जुड़ा कोई भी तकनीकी या भौतिक साक्ष्य एजेंसी को नहीं मिला है.
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