Jharkhand News: झारखंड के धनबाद (Dhanbad) जिले से एक बड़ी खबर आ रही है. रविवार को पूर्व डिप्टी मेयर नीजर सिंह के हत्याकांड में बंद बिनोद कुमार सिंह व फरार गैंगस्टर प्रिंस खान के गुर्गे अनवर के बीच गैंगवार हो गया. बवाल बढ़ता देख दोनों तरफ के एक दर्जन से ज्यादा लोग मारपीट करने लगे. घटना की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन को सूचना दी और पगली घंटी बजा दी. इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल को जेल भेजा गया. बताया जा रहा है कि कम से कम 100 जवान स्थिति से निबटने के लिए जेल के अंदर दाखिल हुए और इस मामले पर काबू पाया.
क्या है पूरा मामला?
अनवर हटेला अपने अपने वार्ड से बाहर निकल कर घूम रहे थे. इसी दौरान अनवर बिनोद सिंह को देखकर कुछ बोला और इसी बात को लेकर गाली गलौज शुरू हो गई. तभी अनवर के साथ उसके एक दो साथी और आ गए और बिनोद सिंह के साथ हाथापाई करने लगे. देखते ही देखते मामला बिगड़ा और दोनों तरफ से लोग आने लगे. इसके बाद जमकर मारपीट शुरू हो गई. वहीं अनवर के साथ बंटी खान, गोडवीन खान, डिक्की के अलावा कई गुर्गा पहुंच गए. वहीं बिनोद सिंह के तरफ से भी कई लोग मौजूद हुए और दौड़ा-दौड़ा कर मारपीट शुरू हो गई.
वहीं प्रिंस खान के कुछ लोग अंदर बने सार्वजनिक शौचालय में छिप गया. मारपीट के दौरान दोनों तरफ के लोग घायल हुए है. घटना होते देख वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी भी मारपीट की घटना रोकने का प्रयास किया, लेकिन इन लोगों की संख्या के कारण कोई कुछ नहीं कर पाया. तभी जेल में लगे पगली घंटी लगातार 11 बार बजे और जिला प्रशासन को सूचना दी गई.
क्या होती है पगली घंटी?
बता दें कि अगर जेल में किसी तरह की अनहोनी होती है या मारपीट की घटना घटती है तो जेल में अलर्ट के तौर पर लगातार घंटी बजाई जाती है. जेल मैनुअल के अनुसार, ऐसी स्थिति में करीब पचास बार जेल की घंटी बजाई जाती है और कैदियों और जेल अधिकारियों को सचेत किया जाता है. जेल के भीतर जब भी किसी तरह की लड़ाई होती है या कैदियों के द्वारा जेल के अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की नाती है तब यह घंटी बजती है.
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