Jharkhand: झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस के 12 विधायक नाराज, JMM MLA का भी फूटा गुस्सा
Jharkhand Congress: विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल होना चाहिए. हमलोगों ने अपनी भावनाओं को लेकर आलाकमान को अवगत करा दिया है. जो आश्वासन दिया गया था, उसे पूरा किया जाये.
Jharkhand News: झारखंड में नए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस के 12 विधायक नाराज हो गए हैं. राज्य में चंपई सोरेन (Champai Soren) सरकार के कैबिनेट विस्तार होते ही कांग्रेस (Congress) विधायकों की नाराजगी से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. चंपई सोरेन सरकार में मंत्री पद को लेकर झारखंड कांग्रेस में मतभेद उभर कर सामने आ रहे हैं. पार्टी में फूट पड़ती दिख रही है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 12 विधायक मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों को ही फिर से मंत्री बनाए जाने को लेकर नाराज हैं.
एबीपी न्यूज से बातचीत में विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने बताया कि कांग्रेस कोटे के मंत्री ने लंबे समय तक काम नहीं किया. इससे जनता नाराज है. मंत्रिमंडल में फेरबदल होना चाहिए. हमलोगों ने अपनी भावनाओं को लेकर आलाकमान को अवगत करा दिया है. उन्होंने कहा कि जो आश्वासन दिया गया था, उसे पूरा किया जाये.
झारखंड कांग्रेस में बढ़ी नाराजगी
वहीं, झारखंड में चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने कहा है कि पत्र के जरिए हमने अपनी चिंता पीसीसी अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ साझा की है. एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का ये मतलब कतई नहीं है कि हम अपनी मांगों को भूल गए हैं. हमारी मांगे बरकरार हैं और पार्टी को अपनी परेशानी से अवगत कराने की कोशिश कर रहे हैं.
जेएमएम विधायक भी नाराज
उधर, जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम भी मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराज हैं. उन्होंने बताया-''मुख्यमंत्री ने घर पर बुलाया और कहा कि कांग्रेस का बहुत दबाव है. ऐन वक्त पर कांग्रेस के दबाव के चलते मुझे मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया. मेरा नाम राजभवन गया था. मेरा अपमान हुआ है. मैं जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकता हूं, जो चौंकाने वाला होगा.''
झारखंड में कितने मंत्री हो सकते हैं?
संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक झारखंड में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं. इससे पहले 5 फरवरी को झारखंड के सीएम चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली जेएमएम कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया था. 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया था, जबकि 29 विधायकों ने इसका विरोध किया.
किसके पास कितने विधायक?
झारखंड विधानसभा में गठबंधन दलों के पास 47 विधायक हैं. जेएमएण के 29, कांग्रेस के 17 और आरजेडी का 1 विधायक है. वहीं, बीजेपी के 26 और आजसू पार्टी के तीन विधायक हैं. दो निर्दलीय विधायकों के अलावा राकांपा और सीपीआई (एमएल) के एक-एक विधायक हैं.
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