CM Hemant Soren Slams BJP: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर राज्यपाल का फैसला आज आ सकता है. इससे पहले हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि "केंद्र सरकार और भाजपा ने जितना कुचक्र रचना है रच ले, कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं आदिवासी का बेटा हूं, झारखण्ड का बेटा हूं, हम डरने वाले नहीं, लड़ने वाले लोग हैं."
बीते दिन उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि "हमारे विरोधी राजनीतिक तौर पर लड़ाई में हमारे सामने नहीं टिक पा रहे तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. हमें यह कुर्सी विरोधियों ने नहीं बल्कि जनता ने दी है. आदिवासी का बेटा हूं. इनकी चाल से हमारा न कभी रास्ता रुका है, न हम लोग कभी इन लोगों से डरे हैं. हमारे पूर्वजों ने बहुत पहले ही हमारे मन से डर-भय को निकाल दिया है."
बीते दिन सीएम सोरेन के आवास पर सत्तापक्ष की हुई बैठक
सूत्रों के मुताबिक, माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल से कहा है कि चुनावी मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए सोरेन को विधायक पद के लिए 'अयोग्य' करार देना चाहिए. राज भवन ने हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है. इस बीच राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य शुक्रवार शाम को उनके आवास पर दूसरी बैठक के लिए एकत्रित हुए. सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के करीबी सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह सुनिश्चित करने के लिए रणनीति पर चर्चा की गई कि सरकार को कोई खतरा न हो.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जताया भरोसा
तेजी से बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बीच सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि बैस शनिवार को निर्वाचन आयोग को सोरेन को अयोग्य ठहराने का आदेश भेज सकते हैं. इसके अलावा राज्य में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का नेतृत्व कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भरोसा जताया है कि सोरेन साल 2024 तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे. पार्टी ने यह भी कहा कि सोरेन को विधायक के रूप में अयोग्य करार दिए जाने की सूरत में वह उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी.