(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
खास अंदाज में जन्मदिन मनाएंगे CM हेमंत सोरेन, पिता का लेंगे आशीर्वाद, काटेंगे 10 पाउंड का केक
Hemant Soren Birthday: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अपने जन्मदिन के अवसर पर एक बेहद भावुक पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने अपनी गिरफ्तारी और रिहाई की बात को साझा किया था.
CM Hemant Soren Birthday: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनके जन्मदिन के अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने खास तैयारी की है. पार्टी कार्यालय को गुब्बारे और सीएम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन के खास तरह के पोस्टर से सजाया जा रहा है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक हेमंत सोरेन जेएमएम के कार्यकर्ताओं के साथ अपना जन्मदिन मनाएंगे. वह अपने पिता शिबू सोरेन से मिलकर उनका आशीर्वाद लेंगे. बताया जा रहा है कि जन्मदिन पर 10 पाउंड का केक भी काटा जाएगा.
उधर, हेमंत के जन्मदिन पर जिस तरह के पोस्टर्स पार्टी कार्यालय लाए गए हैं उनमें बीजेपी पर निशाना साधा गया है. इसमें लिखा गया है, ''असम, मध्य प्रदेश और दिल्ली से कोई भी नेता झारखंड आ जाए, झारखंड में एक आदिवासी नेता हेमंत सोरेन ही काफी है. आदिवासियों का एक ही नेता- हेमंत सोरेन है.'' दरअसल, बीजेपी ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा को झारखंड चुनाव की तैयारियों की कमान सौंपी है.
Ranchi: Jharkhand CM Hemant Soren is celebrating his 49th birthday today. On this occasion, he will cut a cake among many party workers and will also visit his father, Shibu Soren's residence, to seek his blessings. It is reported that a 10-pound cake will be cut for the birthday… pic.twitter.com/Rch5IUw6L0
— IANS (@ians_india) August 10, 2024
हेमंत ने जन्मदिन पर लिखा भावुक पोस्ट
वहीं, एक अन्य पोस्टर में शिबू सोरेन की तस्वीर है जिसमें लिखा गया है, ''बाबा का दबदबा तो पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा.'' सीएम हेमंत सोरेन ने अपने जन्मदिन पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट सोशल मीडिया पर किया है. हेमंत सोरेन ने जेल से रिहाई के वक्त उनके हाथ में लगाए गए निशान की तस्वीर 'एक्स' पर शेयर की है और साथ ही बीजेपी पर जमकर हमला किया है.
हेमंत सोरेन ने लिखा, ''आज अपने जन्मदिन के मौक़े पर बीते एक साल की स्मृति मेरे मन में अंकित है - वह है यह कैदी का निशान - जो जेल से रिहा होते वक्त मुझे लगाया गया. यह निशान केवल मेरा नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियों का प्रतीक है.' जब एक चुने हुए मुख्यमंत्री को बिना किसी सबूत, बिना कोई शिकायत, बिना कोई अपराध जेल में 150 दिनों तक डाल सकते हैं तो फिर ये आम आदिवासियों/दलितों/शोषितों के साथ क्या करेंगे - यह मुझे कहने की आवश्यकता नहीं है.''
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