Ranchi News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) ने विश्वास मत (Vote of Trust) जीत लिया है. उन्होंने सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत पेश किया था. इस प्रस्ताव पर हुए मतदान में सोरेन सरकार के पक्ष में 48 सदस्यों ने मतदान किया. मुख्य विपक्षी बीजेपी ने सदन की कार्यवाही का विस्तार किया. विश्वास मत जीतने के बाद हेमंत सोरेन ने अपनी पहली प्रतिक्रिया ट्विटर पर दी.उन्होंने लिखा, '' जीते हैं हम शान से, विपक्ष जलते रहें हमारे काम से लोकतंत्र जिंदाबाद!''
एक खनन लीज के मामले में चुनाव आयोग की सिफारिशों के आलोक में यह विशेष सत्र बुलाया गया था. आयोग ने सोरेन के खिलाफ सिफारिश की है.
हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर क्या आरोप लगाए
सदन में विश्वास मत पेश करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विपक्षी बीजेपी पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि वो एक ऐसा वातावरण तैयार करना चाहते हैं, जहां दो राज्य एक दूसरे के खिलाफ खड़े हों.वो गृह युद्ध के जैसा हालात पैदा करना चाहते हैं और दंगे फैला कर चुनाव जीतना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में जबतक यूपीए की सरकार है, उनकी यह योजना सफल नहीं हो पाएगी और आपको करारा राजनीतिक जवाब मिलेगा.
झारखंड विधानसभा का सत्र क्यों बुलाया गया
हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए हमने यह सत्र बुलाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग देश में आए दिन विधायकों की खरीद फरोख्त करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी उनकी सरकार को अस्थिर करने का काम करती है.
हेमंत सोरेन के भाषण के बाद विधानसभा में स्पीकर ने विपक्ष को विश्वास मत पर बहस करने के लिए कहा, लेकिन विपक्ष के कुछ विधायकों ने बेल में आकर प्रोटेस्ट किया. विपक्ष के विधायक ने पलामू में हुए महादलित के मकान तोड़ने का मुद्दा उठाया.इसके साथ ही विपक्ष ने दुमका की बेटी अंकिता सिंह को कथित तौर पर जलाने का भी का मुद्दा उठाया.
हेमंत सोरेन सरकार को किसका-किसका समर्थन हासिल है
झारखंड की 81 सदस्यों वाली विधानसभा में हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के 30, कांग्रेस के 18 और आरजेडी का एक सदस्य है.सोरेन सरकार को सीपीआई(एमएल) और राष्ट्रवादी कांग्रेस के एक-एक विधायकों का भी समर्थन मिला हुआ है.
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