Jharkhand Politics News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिला सम्मान के बहाने अपनी शक्ति का एहसास कराते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं की लुटिया इस राज्य में डूब चुकी है. इसलिए बाहर के नेताओं ने यहां आकर इनका बीड़ा उठाने की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा कि बैसाखी पर खड़ी इस सरकार ने लोकसभा चुनाव में भजन-कीर्तन के जरिए हिंदू-मुस्लिम कर बांटने की राजनीति की है. लेकिन फिर भी भगवान श्रीराम ने उन्हें नहीं बख्शा. 


सीएम सोरेन ने बीजेपी नेताओं पर तंज भी कसा और कहा कि ये नालायक नेता चरस गांजे की तरह मुफ्त गैस के कनेक्शन की लत लगाकर गरीबों की जेब काटने का काम कर रहे हैं. सीएम ने इस दौरान संताल परगना प्रमंडल के 6 जिलों के 7 लाख 32 हजार लाभुकों के बीच 78 करोड़ की पहली किस्त की पेंशन की राशि उनके बैंक खातों मे हस्तांतरित की.


‘किसी के आने जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला’
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि संताल परगना प्रमंडल स्तरीय सम्मान कार्यक्रम मे उपस्थित भीड़ के उत्साह और उमंग को देखकर आश्चर्यचकित हूं. हम काम करने वाले हैं और काम करते रहेंगे. उन्होंने चंपाई सोरेन के बीजेपी मे जाने के सवाल पर संकेत दिया कि हमने राज्य में क्या किया है क्या नहीं किया. इसका जवाब यहां की जनता, यहां के युवा और यहां के महिलाएं तय करेंगी. उन्होंने कहा राज्य मे जेएमएम के नेतृत्व मे बनी सरकार लोगों के भरोसे पर टिकी है. किसी के आने जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. 


साढ़े सात लाख से ज्यादा महिलाओं के खाते में डाली पहली किस्त
बता दें कि दुमका के पंजन पहाड़ी मैदान मे प्रमंडल स्तरीय मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना मे पूरे संताल परगना से करीब 7 लाख 32 हजार महिलाओं के बीच एक हजार रुपये के हिसाब से 78 करोड़ रुपये की पहली किस्त की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई. इसमें दुमका, जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज की 18 से 50 वर्ष की महिलाएं लाभुक के रूप मे शामिल हुईं. अपने संबोधन के दौरान सीएम सोरेन ने कहा कि इस योजना से 50 लाख महिलाएं जुड़ चुकी हैं. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और समृद्ध बनाना है.


'बीजेपी ने रोजगार के अवसर खत्म कर बेरोजगारी बढ़ाई'
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने झारखंड में 20 साल तक राज किया, लेकिन इससे लोगों को कुछ लाभ नहीं मिला. गरीब और गरीब होते गए, व्यापारी मालामाल हो गए. गरीबों के ऋण माफ नहीं होते बल्कि बड़े-बड़े व्यापारियों के कर्ज माफ हो जाते हैं. मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर रोजगार के अवसर खत्म कर बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार ने रेल, प्लेटफॉर्म और कोल इंडिया को बेचना चालू कर दिया है. यही नहीं बैंकिंग जैसे क्षेत्र में भी अब सैकड़ों बैंकों को मिलाकर 20 बैंक कर दिए हैं. ऐसे में युवाओं का रोजगार लेकर बेरोजगार बना दिया गया है. 20 साल तक राज करने वाली बीजेपी नौकरी के लिए एक कानून तक नहीं बना सकी, जब हमने कानून बनाकर 20- 30 हजार लोगों को नौकरी दी तो विपक्ष नए कानून को असंवैधानिक बताकर कोर्ट में चुनौती दे रहा है.


सीएम सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड एक सोने की चिड़ियां हैं. यहां प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा होने के वाबजूद भी लोग गरीब हैं. उन्होंने कहा अभी केंद्र सरकार की तरफ एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन मांगने पर जेल में डालने की बात कहती है हमारी सरकार बनने के बाद राज्य में जितने खनन हुए हैं, कंपनियों के साथ हिसाब चुकता करना है. अपने अधिकारी के लिए लड़ कर लेना है. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हम 200 यूनिट बिजली फ्री देते हैं अगर सरकार बनी तो हम गरीबों के पहले के बकाया बिजली के बिल  माफ कर देंगे.


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