Dumka: CM हेमंत सोरेन ने स्कूल के दिनों को किया याद, बोले- 'गलती करने पर हमारी भी पिटाई होती थी'
Dumka News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने दुमका में अपने स्कूली दिनों की यादों को सबके के बीच साझा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, गलती करने पर उनकी भी पिटाई होती थी.
Hemant Soren Inaugurated Smart Classes Dumka School: ''इस मंच में खड़े होकर मन में खलबली सी मची है, जिस विद्यालय का विद्यार्थी था आज वहीं मुख्य अतिथि के रूप में खड़ा हूं. 80 के दशक में स्कूल छोड़ा था, एक उस समय का वक्त था और एक आज का वक्त है. चारों ओर मेरी आंखें पुरानी यादों को तरोताजा कर रही हैं. कौन सा पेड़ था, कौन सी बिल्डिंग, परिसर का चर्च सब एक-एक कर याद आ रहे हैं. आज जिस सीढ़ी से चढ़कर ऊपर मंच पर आया हूं उस पर कितनी बार स्कूल के दिनों में चहलकदमी की होगी.'' ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने संत जोसेफ उच्च विद्यालय (St Joseph High School) गुहियाजोरी, दुमका (Dumka) में कही हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण की थी. बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री संत जोसेफ उच्च विद्यालय गुहियाजोरी में स्मार्ट क्लासेस के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित बच्चों और उनके अभिभावकों समेत स्कूल के पदाधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे.
स्कूली दिनों की यादों को किया साझा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर अपने स्कूली दिनों की यादों को सबके के बीच साझा किया. उन्होंने कहा कि मेरे बचपन के दिन आज मुझे सिनेमा की तरह दिखाई पड़ रहे हैं. सीएम सोरेन ने कहा कि, ''मैं अक्सर सोचता था एक बार और पुराने स्कूल को जाऊं. 80 के दशक में इस स्कूल के बराबरी का शायद ही कोई स्कूल हुआ करता था, आशा करते हैं कि आने वाले समय में फिर ये उन ऊंचाइयों को छू सके. उन्होंने बताया कि गलती करने पर हमारी भी पिटाई होती थी. वहीं, शिक्षकों का अनुशासन, मार्गदर्शन और आशीर्वाद से आज मैं आपके समक्ष राज्य के मुख्य सेवक के रूप में खड़ा हूं. स्कूल ने उस समय भी सीमित संसाधन में अपनी अच्छी पहचान बना रखी थी.''
सीएम ने अभिभावकों की परेशानियों को सुना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर स्कूल के बच्चों से मुलाकात भी की और अभिभावकों की परेशानियों को सुना. सीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को परेशानियों के निराकरण के लिए निर्देश भी दिए. इस अवसर पर विधायक दुमका बसंत सोरेन, संत जोसेफ स्कूल के फादर पीयूष मरांडी, उपयुक्त रवि शंकर शुक्ला उपस्थित रहे.
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