Jharkhand Mob Lynching Politics: झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सोमवार को करारा प्रहार करते हुए कहा कि केंद्र में 'रावण' पार्टी के सत्ता में आने के बाद राज्य सरकार को 'मॉब लिंचिग' (भीड़ द्वारा पीट-पीट कर की जाने वाली हत्या) रोधी कानून लाना पड़ा. इस तरह की घटनाएं देश के सामाजिक ताने बाने को छिन्न-भिन्न कर रही हैं. वहीं, भाजपा ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी देश में 'राम राज्य' लाने की कोशिश कर रही है. भाजपा ने आरोप लगाया कि सोरेन भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और 'असंवैधानिक मॉब लिंचिंग विरोधी' कानून विधानसभा में जल्दबाजी में पारित किया गया. भाजपा ने आरोप लगाया कि ये कानून सत्तारूढ़ पार्टी की तुष्टिकरण की नीति की परकाष्ठा है. 


केंद्र को लाना चाहिए ऐसा कानून 
मुख्यमंत्री ने भीड़ हिंसा और मॉब लिंचिंग रोकथाम विधेयक, 2021 को राज्य विधानसभा के हाल में संपन्न हुए शीतकालीन सत्र में पारित किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये असामाजिक तत्वों को कानून अपने हाथ में लेने से रोकेगा. सीएम सोरेन ने कहा कि केंद्र को देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए ऐसा कानून लाना चाहिए. सीएम हेमंत सोरेन ने ये भी आरोप लगाया कि लड़कियों के विवाह की उम्र बढ़ाकर 21 साल किए जाने का केंद्र का फैसला राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने हैरानगी जताते हुए सवाल किया कि क्या मतदान की उम्र भी बढ़ाकर 21 साल की जाएगी. 


भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता
सीएम सोरेन ने 29 दिसंबर को सरकार के 2 साल पूरे होने से पहले संवाददाताओं से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि, 'भाजपा देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है. मॉब लिंचिग रोधी अधिनियम हिंदू, मुस्लिम या आदिवासी अधिनयम नहीं है क्योंकि भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता. भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने जो ‘रावण’ की तरह है और (उसके द्वारा) देश के सामाजिक ताना बाना को नष्ट करने वाला माहौल बनाने के बाद हम ये कानून लाने को मजबूर हुए.'


तुष्टिकरण नीति की परकाष्ठा है
सीएम हेमंत सोरेन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि, 'भाजपा राम राज्य लाने की कोशिश कर रही है जबकि सोरेन भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं. भींड हिंसा के खिलाफ कानून असंवैधानिक है जिसे बिना चर्चा या बहस के पारित कराया गया. ये सोरेन सरकार की तुष्टिकरण नीति की परकाष्ठा है, ना तो हम भीड़ हिंसा का समर्थन करते हैं और ना ही ये झारखंड की परंपरा रही है.'


हल्ला मचा रही है भाजपा 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि जातिगत आधार पर जनगणना नीति निर्माताओं के लिए पिछड़ी जातियों के लिए लक्षित करके कल्याणकारी योजना बनाने में मदद मिलेगी. झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को लेकर हाल में पैदा हुए विवाद पर सीएम सोरेन ने कहा कि भाजपा हल्ला मचा रही है क्योंकि चयनित 4000 प्रत्याशियों में से 3000 आरक्षित वर्गों के हैं. 


सीएम सोरेन ने भाजपा पर लगाए आरोप
सीएम सोरेन ने आरोप लगाया कि जो 'मनुवादी मानसिकता' के हैं वो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशियों की सफलता स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा का आयोजन बिना सरकारी हस्तक्षेप के जेपीएससी ने कराया. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में पुलिस उपाधीक्षकों की भर्ती बिना परीक्षा की हुई जिसकी सीबीआई जांच चल रही है. रिक्त पड़े संवैधानिक पदों के सवाल पर हेमंत सोरेन ने कहा कि इन पदों को भरने के लिए विधिक सलाह ली जा रही है.


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