Jharkhand Breaking News Live: हैदराबाद पहुंचे JMM गठबंधन के 40 विधायक, शक्ति प्रदर्शन तक यहीं रहेंगे MLAs
Jharkhand Live Updates: जेएमएम के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और उनके इस्तीफे से झारखंड में मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली हुई थी.
झारखंड के करीब 40 विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं. इन विधायकों को शहर के बाहरी इलाके में एक रिसॉर्ट में ले जाया गया. तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने झारखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण तक विधायकों के रहने की व्यवस्था की है.
झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एबीपी न्यूज़ से कहा, "चंपई सोरेन को बधाई. उम्मीद करता हूं कि बिचौलियों, लुटेरों, दलाल और भ्रष्टाचारियों से झारखंड को मुक्त कराएं. हमको लग रहा है कि विधायक उनके साथ नहीं हैं, इसलिए यहां से हैदराबाद ले गए हैं. वरना क्यों ले जाएंगे? हम कैसे बता सकते हैं कि वो मेजोरिटी पा लेंगे. उनके भीतर जो भय का माहौल है, वो समझ से परे है. ये किससे डर रहे हैं जबकि उनकी सरकार है. पूरा शासन तंत्र उनके पास है. उन्हें अपने लोगों से डर है. अपने विधायकों से डर है. हम सरकार बनाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. राहुल गांधी क्या चैलेंज हैं, उनकी कौन सुनता है?”
झारखंड सरकार ने आज कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि झारखंड विधानसभा का सत्र 5 फरवरी और 6 फरवरी को होगा. एक सरकारी बयान में इसकी जानकारी दी गई.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि झारखंड के लोग इसका करारा जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन उनके एक करीबी दोस्त हैं और उन्होंने उनके पक्ष में मजबूती के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं एक मजबूत आदिवासी नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित केंद्रीय एजेंसियों की प्रतिशोधात्मक कार्रवाई से एक लोकप्रिय निर्वाचित सरकार को कमजोर करने की साजिश हो रही है.’’
बीजेपी सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा, "बड़े दुर्भाग्य है जिसकी सरकार है , उसके विधायक भागे फिर रहे हैं. जिसका मुख्यमंत्री हो, उसके विधायक इधर उधर घूम रहे है. इससे साफ़ है कि न तो पार्टी में और न ही परिवार में कुछ ठीक नहीं है. विधायको को अपने क्षेत्र में होना चाहिए. उनकी पार्टी में क्या है ये उनका आंतरिक मामला है …लेकिन ये पहला मामला है कि अपनी ही सरकार में विधायक दूसरे प्रदेश में जा रहे हैं.
विनय कुमार चौबे को झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया. इसको लेकर आदेश जारी कर दिया गया है.
झारखंड के महागठबंधन के विधायक हैदराबाद पहुंच गए हैं. आज ही राज्य के नए सीएम चंपई सोरेन ने शपथ ली है. वो रांची में ही रुके गए हैं. विधायकों को टूट से बचाने के लिए हैदराबाद भेजा गया है.
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर बीजेपी सांसद दीपक प्रकाश ने कहा, ''...कानून अपना काम कर रहा है. सभी को कानून का सहयोग करना चाहिए. पिछले चार साल से उनके खिलाफ आरोपों का सिलसिला चल रहा है क्योंकि झारखंड में घोटालों से भरी सरकार थी."
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद कहा कि आज झारखंड में मुझे जो दायित्व मिला, यहां के सर्वांगिण विकास के लिए हेमंत सोरेन ने जो काम शुरु किए हैं उसे हमें पूरा करना है. जनता के आशा, आकांक्षा के अनुरूप हम काम करेंगे.
चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बिरसा चौक रांची स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
चंपई सोरेन की शपथ के बाद अब जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन के विधायक चार्टर्ड विमान से हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं.
झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन के छोटे भाई दिकुराम सोरेन ने कहा कि यह खुशी की बात है...वह सीएम बन गए हैं.
मैं शक्तिशाली आदिवासी नेता हेमंत सोरेन की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं. बीजेपी समर्थित केंद्रीय एजेंसियों की राजनीतिक बदले की कार्रवाई से एक लोकप्रिय निर्वाचित सरकार को कमजोर करने की सुनियोजित साजिश है. वह मेरे करीबी दोस्त हैं, और मैं इस कठिन समय में लोकतंत्र की रक्षा के लिए समर्पित होकर उनके साथ खड़ी रहने की कसम खाती हूं. झारखंड के लोग शानदार प्रतिक्रिया देंगे और इस महत्वपूर्ण लड़ाई में विजयी होंगे!
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम नेता हेमंत सोरेन को कोर्ट ने 5 दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया है. ईडी ने 10 दिनों की रिमांड मांगी थी.
झारखंड की मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की शपथ के बाद अब जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. ज्यादातर विधायक बस से एयरपोर्ट पहुंचे हैं. चंपई सोरेन पांच फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. हैदराबाद से उसी दिन विधायकों को बुलाया जा सकता है. बस में हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन भी मौजूद हैं.
सीता सोरेन सहमत नहीं हुई हैं. बसंत सोरेन सीता को मनाने में लगे हुए थे. पर सीता सोरेन बसंत सोरेन के शामिल किए जाने की सूरत में अपना हक मांग रहीं थीं. सूत्रों ने ये जानकारी दी.
आरजेडी के नेता ससत्यानंद भोक्ता ने झारखंड में मंत्री पद की शपथ ली है. चतरा सीट से विधायक हैं. तीन बार विधायक रह चुके हैं और तीन बार मंत्री बने हैं.
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने मंत्री पद की शपथ ली. वो पाकुड़ सीट से 4 बार के विधायक हैं और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं
चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. उन्हें राज्यपाल ने गुरुवार को शपथ के लिए आमंत्रित किया था. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और उनके इस्तीफे से झारखंड में सीएम की कुर्सी खाली हुई थी.
चंपई सोरेन की शपथ के बाद 39 विधायक हैदराबाद जा सकते हैं. उन्हें खरीद-फरोख्त से बचने के लिए शिफ्ट किया जा रहा है.
चंपई सोरेन शपथ के बाद कैबिनेट बैठक करने के बाद दिनकर में JMM का स्थापना दिवस में जा सकते हैं. इसके बाद पाकुड़ में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी से मिलने जा सकते हैं.
चंपई सोरेन राजभवन पहुंच गए हैं. थोड़ी देर में सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन और आलमगीर आलम डिप्टी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.
मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए चंपई सोरेन सर्किट हाउस से राजभवन के लिए रवाना हो गए हैं. थोड़ी देर में चंपई सोरेन शपथ लेंगे. कई नेताओं के राजभवन आने का सिलसिला जारी है.
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने रांची में कहा कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन समेत तीन नेता आज शपथ लेंगे.
कांग्रेस नेत दिग्विजय सिंह ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हेमंत सोरेन की गलती ये है कि उन्होंने कभी सांप्रदायिक शक्तियों का समर्थन नहीं किया. इसलिए आज उन्हें परेशान किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और जेएमएम के नेता बसंत सोरेन दो डिप्टी सीएम बन सकते हैं.
हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन भी रांची में सर्किट हाउस पहुंची हैं. सूत्रों ने बताया कि उन्हें चंपई सोरेन ने कॉल किया है. चंपई और सीता सोरेन में बात चल रही है.सोरेन परिवार में डिप्टी सीएम कौन बने सीता या बसंत ये पंचायत शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन तक पहुंची.
इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी कि बीजेपी झारखंड के हालात पर नजर बनाए हुए है. फिलहाल बीजेपी के पास बहुमत नहीं है, इसलिए सरकार बनाने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन बीजेपी का मानना है कि जेएमएम में फूट की स्थिति में वहां राष्ट्रपति शासन लग सकता है.
झारखंड के मुद्दे का असर दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है. लोकसभा से समूचे विपक्ष ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया है. विपक्ष आरोप लगा रही है कि उनकी आवाज दबाव बनाने की कोशिश कर रही है.
झारखंड के बीजेपी के प्रभारी लक्ष्मीकान्त ने कहा कि हमारा इरादा सरकार अस्थिर करने का नहीं है. जेएमएम गलत आरोप लगा रही है कि बीजेपी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में है. जेएमएम पहले अपना घर संभाले फिर बीजेपी पर आरोप लगाए.
राजभवन में तीन कुर्सियां लगाई गई हैं. इसका मतलब ये हुआ कि तीन लोग शपथ लेंगे. बसंत सोरेन, आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता शपथ ले सकते हैं.
हाई कोर्ट में हेमंत सोरेन की एक याचिका पर 5 फरवरी को सुनवाई होगी. ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्ता कर लिया था. हेमंत सोरेन फिलहाल ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं.
झारखंड पर एबीपी न्यूज़ को गठबंधन के टॉप सूत्रों ने बताया कि हेमंत सोरेन के स्थान पर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को अगला सीएम बनाने का प्रस्ताव देना और संकेत देना बीजेपी को उलझन में डालने की एक योजनाबद्ध कवायद थी. उनकी पत्नी को पहले दिन से ही सीएम नहीं बनाया जाना था. यह रणनीति बीजेपी को मात देने के लिए बनाई गई थी.
झारखंड के सियासी हालात पर बीजेपी की भी नजर है. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आज दोपहर 1 बजे विधायक दल की बैठक आयोजित है.
हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. कोर्ट ने कहा कि हम सीधे सुप्रीम कोर्ट में दाखिल इस याचिका को सुन नहीं सकते. याचिकाकर्ता हाई कोर्ट जाने को स्वतंत्र है.
हेमंत सोरेन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि आप हाई कोर्ट क्यों नहीं जाते? सिब्बल ने यहीं सुनवाई का अनुरोध किया.
बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि पिछले दिनों जिस तरह से हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड में लूट मचाई, कई तरह के मामले लगातार आए. उन्होंने सच्चाई बताने की जगह बचाने की कोशिश की. उसी की जांच चल रही है. इस तरह की स्थिति हो रही है कि झारखंड की जनता शर्मसार हो रही है. देश आज गुड गवर्नेंस के साथ आगे बढ़ना चाहता है.
हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन अभी भी नाराज हैं. वे किसी भी बैठक में नहीं आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने बसंत सोरेन को जगह देने की बात कर रही हैं.
हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन डिप्टी सीएम पद की मांग कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, वो मंत्री बन सकते हैं. पार्टी नहीं चाहती है कि किसी तरह की कोई नाराजगी हो.
शिबू सोरेन से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने कहा गुरुजी हमारे आदर्श हैं. हम गुरुजी और माता जी से आशीर्वाद लेने आए थे. झारखंड आंदोलन में उन्होंने योगदान दिया.
आज होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन भी शपथ ले सकते हैं. वो जेएमएम के विधायक है.
सूत्रों के मुताबिक, जेएमएम विधायक सीता सोरेन,लोबिन हेंब्रम और चमरा लिंडा ने अभी तक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया है. वहीं, जेएमएम विधायक रामदास सोरेन बीमार हैं और दिल्ली में मौजूद हैं.
अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह आज सवा बारह बजे राजभवन के दरबाल हॉल में होगा. चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोनीत किया था. इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था, ‘‘हम एकजुट हैं. हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता.’’
शपथ से पहले चंपई सोरेन शिबू सोरेन का आशीर्वाद लेने गए है. जाहिर है वो शिबू सोरेन को अपना आदर्श मानते हैं. शिबू सोरेन को सम्मान के साथ 'दिशोम गुरू' बुलाया जाता है.
कुछ विधायकों ने मंत्रिपरिषद में ओबीसी वर्ग से ज्यादा से ज्यादा हिस्सेदारी देने की मांग की. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और जेएमएम के पिछड़े वर्ग के विधायकों की ये मांग है. विधायकों की दलील है कि कि चूंकि INDIA गठबंधन ओबीसी के मुद्दे पर मुखर है, इसलिए ओबीसी की ज्यादा हिस्सेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए.
आज शपथ ग्रहण के बाद विधायकों को स्टैंड बाई पर रखा गया है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. शपथ के बाद वो हैदराबाद निकल जाएंगे. 5 फरवरी को फ्लोट टेस्ट होगा. ऐसे में विधायक तब तक वहीं रहेंगे. सर्किट हाउस से एयरपोर्ट निकलेंगे. दो चार्टर्ड प्लेन तैयार है. विमान पर सवार होगकर विधायक करीब दो बजे हैदराबाद निकल सकते हैं.
झारखंड में चंपई सोरेन को पांच फऱवरी को बहुमत साबित करना होगा. आज शपथ ग्रहण होगा. सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन के 47 विधायक एकजुट है. कहीं कोई विरोध या नाराजगी जैसी बात नहीं है.
झारखंड में सियासी संग्राम के बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राज्य में प्रवेश करेगी.
चंपई सोरेन सरायकेला सीट से 1991 में पहली बार विधायक चुने गए थे. ये चुनाव उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार लड़ा था. चार साल बाद उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ा और बीजेपी पंचू टुडू को हराया. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में हार गए. 2005 में फिर जीत हासिल की. जीत का अंतर 880 वोट था. 2009, 2014 और 2019 में उन्होंने जीत हासिल की. जब 2019 में हेमंत सोरेन की राज्य में सरकार बनी तो उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और परिवहन मंत्री बनाये गए. उन्हें हेमंत सोरेन का बेहद करीबी माना जाता है. शिबू सोरेन को चंपई सोरेन अपना राजनीतिक आदर्श मानते हैं.
चंपई सोरेन का ताल्लुक बेहद साधारण परिवार से रहा. वो अपने पिता के साथ खेती किया करते थे. झारखंड राज्य के लिए चली मुहिम में उन्होंने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. लोग उनके योगदान के लिए 'झारखंड टाइगर' के नाम से बुलाने लगे.
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. कांग्रेस राज्य में जेएमएम-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है. यह पूछे जाने पर कि चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ कब लेंगे, ठाकुर उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के राज्य में प्रवेश करने से पहले शुक्रवार को दोपहर तक शपथ ले ली जाए.
महागठबंधन के पास 43 विधायकों का समर्थन है. इसमें जेएमएम के 24, कांग्रेस के 17, आरजेडी और सीपीआई (एमएमल) के एक-एक विधायक शामिल हैं.
झारखंड के रांची में शुक्रवार दोपहर 12.15 पर शपथ ग्रहण हो सकता है. चंपई सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे. गुरुवार को राज्यपाल ने सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया है.
चंपई सोरेन के झारखंड के सीएम पद की शपथ लेने पर प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा है कि हमें नहीं लगता कि चंपई सोरेन के जल्द ही मुख्यमंत्री बनने से झारखंड की संरचना या स्थिति में कोई बदलाव आएगा. क्या चंपई सोरेन सिर्फ एक कठपुतली होंगे और इसकी डोर सोरेन परिवार खींचेगा. सोरेन परिवार के पास अपनी सरकार के पहले चार वर्षों के दौरान 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोपों का संदिग्ध रिकॉर्ड है. इसलिए बहुत कुछ बदलने की संभावना नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री को हमारी शुभकामनाएं. हम आशा करते हैं कि वह कानून के अनुसार कार्य करेंगे और अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल नहीं होंगे और खनिज संपदा और यहां तक कि भूमि की लूट में शामिल नहीं होंगे जो उनके दौरान हुई थी. हेमंत सोरेन की सरकार. लेकिन हम बहुत आशान्वित नहीं हैं क्योंकि अंततः सरकार सोरेन परिवार द्वारा ही खींची जाएगी.
झारखंड में जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी की ओर से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था. इसकी वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. अब उनकी जगह चंपई सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे.
बैकग्राउंड
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से'भ्रम' की स्थिति बन गई थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था. राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा, ‘‘हमने उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है.
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है.
यह पूछे जाने पर कि चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ कब लेंगे, राजेश ठाकुर ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करेंगे कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के राज्य में प्रवेश करने से पहले शुक्रवार को दोपहर तक शपथ ले ली जाए. इससे पहले, चंपई सोरेन ने झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल को लेकर गुरुवार को राज्यपाल राधाकृष्णन से मुलाकात की और राज्य में भ्रम की स्थिति होने के चलते सरकार गठन के उनके अनुरोध को यथाशीघ्र स्वीकार करने का अनुरोध किया.
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