Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का (Rajeev Arun Ekka) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद देर रात उनका तबादला करके उन्हें पंचायती राज विभाग में भेज दिया गया. एक्का पर झारखण्ड राज्य में मुख्य विपक्षी दल (भाजपा) के नेता बाबू लाल मंडारी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.


भ्रष्टाचार के आरोपो के बीच संभालेंगें नयी जिम्मेदारी


मुख्यमंत्री कार्यालय से आज रात जारी अधिसूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव, 1994 बैच के भारतीय प्राशासनिक सेवा के अधिकारी(IAS) राजीव अरुण एक्का को स्थानांतरित करते हुए उन्हें प्रधान सचिव, पंचायती राज बनाया जाता है. ’अधिसूचना के अनुसार, आईएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव, अतिरिक्त प्रभार प्रधान सचिव सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा प्रधान सचिव गृह कारा के पद से स्थानांतरित कर अगले आदेश तक प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग के पद पर पदस्थापित किया जाता है.


'बिचौलिए राज्य की सत्ता चला रहे हैं'


इससे पहले आज दिन में भाजपा के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी(पुर्व मुख्यमंत्री) ने राजीव अरुण एक्का के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था, 'बिचौलिए राज्य की सत्ता चला रहे हैं. जहां मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का सत्ता के एक मशहूर दलाल विशाल चौधरी के अरगोड़ा चौक के निकट के कार्यालय पर सरकारी फाइलें निपटाते हैं'. बाबू लाल मरांडी ने एक्का को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की थी. हालांकि हेमंत सोरेन ने उन्हे अभी पद मुक्त न करके नई जिम्मेदारी सौप दी है.


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