Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग (Hazaribagh) जिले में रात-दिन कोयले की तस्करी हो रही है. बदमाशों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि ये छापेमारी दल पर भी हमला करने से नहीं हिचकते हैं. चरही के इंद्रा में छापेमारी करने गई वन-विभाग की टीम पर कुछ इसी तर्ज पर तस्करों ने हमला बोल दिया. तस्करी में शामिल महिलाओं ने पदाधिकारियों के आंख में जहां मिर्ची पाउडर फेंका. वहीं पुरुष तस्कर वन-विभाग द्वारा जब्त किया गए कोयले से लदे आधा दर्जन वाहन को छुड़ा ले गए. रात के अंधेरे में करीब आधा घंटा तक इंद्रा रणक्षेत्र बन रहा.
दरअसल, घटना रात के करीब नौ से दस बजे की है. इस हमले में रामगढ़ डीएफओ नितेश कुमार और मांडू रेंजर बाल-बाल बच गए. वहीं मिर्ची पाउडर का शिकार डीएफओ का चालक हो गया. इस दौरान आधा दर्जन वन विभाग के कर्मी घायल हो गए. तस्करों के पथराव और हमले में मांडू रेंजर की कार जेएच 01 सीके 3132 क्षतिग्रस्त हो गई. कोयला तस्करों को हावी होते देख वन विभाग की टीम को मौके से भागना पड़ा. किसी तरह जान बचाकर एनएच पर पहुंचे पदाधिकारियों ने इसकी सूचना पुलिस और वरीय पदाधिकारियों को दी. करीब आधा घंटे बाद मौके पर पहुंची चरही पुलिस व वन विभाग के अतिरिक्त जवानों ने मामले को संभाला.
100 तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज
इस दौरान तस्कर मौके से फरार हो गए थे. घटनास्थल से करीब 10 टन अवैध कोयला जब्त किया गया है. इस बाबत चरही में कोयला तस्कर किरण देवी, वसीम अंसारी, जशिम अंसारी सहित 100 पर प्राथमिकी दर्ज की गई. जांच में किरण देवी और वसीम अंसारी के गुर्गों द्वारा हमला किए जाने की बात सामने आई है. बताया जाता है कि महिला तस्कर किरण दीदी के नाम से कुजू से लेकर बरही तक चर्चित है, जो साल भर कोयले के अवैध कारोबार में लिप्त रहती है.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इंद्रा
जानकारी के अनुसार बड़े पैमाने पर चरही से कोयला तस्करी की सूचना पर पुलिस और खनन विभाग की चुप्पी के बाद स्वयं रामगढ़ डीएफओ नितेश कुमार, मांडू और कुजू रेंजर सहित अन्य पदाधिकारी दल-बल के साथ इंद्रा छापेमारी करने पहुंचे थे. करीब पांच वाहनों से पहुंची वन विभाग की टीम प्रारंभ में तस्करी में लगे आधा दर्जन लोगों को अपने कब्जे में ले लिया था और कई वाहन भी जब्त कर लिए थे.