Jharkhand News: झारखंड में सियासी उठापटक के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया गया है. फ्लोर टेस्ट से विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किए जाने को लेकर बीजेपी निशाना साध रही है. इसपर अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि "जब 'चौकीदार' 'चोर' बन जाता है तो किसी को अपने लोगों से सावधान रहना पड़ता है. इसलिए, इसमें कोई समस्या नहीं है. हम बहुत संघर्ष के बाद इतनी बड़ी जीत मिली है. जब विधायक एक साथ रहना चाहते हैं और एक साथ विश्वास मत का सामना करना चाहते हैं, तो इसमें दिक्कत क्या है?


बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर कंसा तंज
राजेश ठाकुर ने आगे कहा कि आपने देखा होगा कि बहुमत वाली सरकारों को तोड़ा गया है. इसलिए, हम रणनीति के तहत ऐसा कर रहे हैं. इस रणनीति से हमें फायदा हुआ है और हमें भविष्य में भी फायदा होगा. जब बिहार में एक मुख्यमंत्री अपने ही विधायकों को धोखा दे सकता है तो इन सभी बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए.


वहीं फ्लोर टेस्ट को लेकर राजेश ठाकुर ने कहा कि ये चीजें बहुत जल्द होंगी. सबसे बुरा दौर तब था जब हमने समर्थन पत्र पेश किया था, लेकिन राज्यपाल कानूनी विशेषज्ञों की राय ले रहे थे. क्या राज्यपालों को यह नहीं पता कि कोई कब प्रस्ताव पेश करता है समर्थन पत्र और सरकार बनाने का दावा, 4 घंटे के अंदर शपथ लेनी होगी? इसलिए कई बार ये साजिश जैसा लगता है.


बाबूलाल मरांडी पर राजेश ठाकुर का पलटवार
वहीं झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा को लेकर निशाना साधा था. जिसपर पलटवार करते हुए राजेश ठाकुर ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को कोई गंभीरता से नहीं लेता. उन्हें लगता था कि बीजेपी में शामिल होने से बेहतर है कुतुब मीनार से कूद जाना. इसके लिए मैं स्वास्थ्य मंत्री से मिलूंगा. उचित व्यवस्था, क्योंकि राहुल गांधी के झारखंड में प्रवेश करने से कई लोग अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं. 


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