Jharkhand News: झारखंड कांग्रेस में बोर्ड निगम के गठन को लेकर खींचतान लगातार जारी है. दरअसल, प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं ने खुद को समर्पित कांग्रेसी बताते हुए राज्य में होने जा रहे बोर्ड-निगम के गठन में समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया. साथ ही दिल्ली (Delhi) में प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे (Avinash Pandey) को अपनी शिकायत बताई. बता दें कि, झारखंड से 17 कांग्रेसियों का जत्था दिल्ली पहुंचा. इस दल ने पहले राष्ट्रीय महासचिव व सांगठनिक मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल से मिलने का प्रयास किया, लेकिन उनसे मिलना नहीं हो पाया.


इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश प्रभारी से मिलकर उनके सामने अपनी बात रखी. इन लोगों ने साफ-साफ कहा कि बोर्ड निगम के लिए अहंता तय होना चाहिए. ताकि समर्पित कांग्रेसियों को जगह मिले, दल-बदल कर कांग्रेस में आए लोगों को उनके ऊपर न रखा जाए. कांग्रेस नेताओं ने अविनाश पांडे के सामने यह मांग रखी कि पार्टी की ओर से बोर्ड निगम की जिम्मेदारी के लिए वैसे लोगों के नाम आगे आने चाहिए जो कम से कम 15 साल से कांग्रेस में सक्रिय हैं.


'पूरे प्रदेश से हो नेताओं का चयन'


दरअसल, प्रदेश कांग्रेस द्वारा बोर्ड-निगम में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नामों की जो सूची मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सौंपा गई है. उससे कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. इस अनुशंसा में 4 या 5 साल पहले आरजेडी, आरएसएस, बीजेपी, जेवीएम और अन्य दलों से कांग्रेस में आए नेताओं के नाम शामिल हैं. इतना ही नहीं सबसे ज्यादा नाम एक ही जिले से हैं, लेकिन यह नहीं होना चाहिए. इसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधत्व होना चाहिए और झारखंड के सभी पांच प्रमंडलों का भी प्रतिनिधित्व होना चाहिए, क्योंकि सिर्फ रांची में ही कांग्रेस नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश में हैं.


14 जिलों से 17 नेता गए थे दिल्ली


नेताओं का कहना है कि महज कुछ साल पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं को बोर्ड निगम में जगह दिया जाना समर्पित कांग्रेस नेताओं का अपमान है. प्रदेश से मिलने गए नेताओं का दावा है कि अविनाश पांडे ने उनकी बातों को गंभीरता से लिया है. दिल्ली गए कांग्रेस नेताओं में 14 जिलों के 17 लोग शामिल थे. इनमें मानस सिन्हा, सलीम खान, सुनील सिंह, राजेशचंद्र राजू, भीम कुमार, अरविंद कुमार तूफानी, रवि शंकर यादव, ज्योति यादव, उपेंद्र तिवारी, संतोष देव शामिल हैं. इससे पहले भी इन नेताओं ने अप्रैल में बोर्ड-निगम को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत प्रदेश अध्यक्ष व अन्य राष्ट्रीय नेताओं को पत्र लिखा था.


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