Jharkhand News: झारखंड में कांग्रेस की एकमात्र लोकसभा सांसद गीता कोड़ा (Geeta Kora) ने बीजेपी का दामन थाम लिया. गीता पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी हैं और सिंहभूम सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. मधु कोड़ा के बीजेपी में जाने पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ( Ghulam Ahmad Mir) का कहना है कि उन्हें पहले से ही इसका अनुमान था कि ऐसा कुछ होने वाला है.


गुलाम अहमद मीर गुरुवार को रांची पहुंचे थे और उन्होंने कांग्रेस के विधायक दल के साथ बैठक भी की. बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की. इसके अलावा उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ भी अलग से बैठक की. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातें कीं.


बूथ वर्कर के जाने से भी फर्क पड़ता है- गुलाम मीर
गीता कोड़ा के कांग्रेस छोड़ने से कितना प्रभाव पड़ेगा? इस सवाल पर गुलाम अहमद मीर ने कहा, ''कोई छोटा-मोटा बूथ वर्कर भी जाता है तो उसकी जगह भरने में दिक्कत होती है. इस तरह के लोग (गीता कोड़ा) गए हैं तो निश्चित तौर पर नुकसान तो होता ही है लेकिन हमको इसका अनुमान पहले से था. पांच-छह महीने से चल रहा था क्यों गए और कैसे इस्तीफा दिया गया. देश से छुपा हुआ नहीं है. उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम में देखा गया है. इससे केंद्र में मौजूद सत्तारूढ़ पार्टी की हताशा दिखती है. साफ जाहिर होता है कि वह खुद को लोकसभा चुनाव में अपने कार्यों के आधार पर फिर से चुनने के लायक नहीं समझती. इसलिए लेफ्ट-राइट, लोकसभा या विधानसभा है जहां हो रहा है, ऐसा कर रही है. वह अपना वजूद खो चुके हैं.'' 






पति मधु कोड़ा भी सिंहभूम से रह चुके हैं सांसद
गीता कोड़ा ने कांग्रेस छोड़ने की वजह बताते हुए कहा था कि वह कहती है कि सबको साथ लेकर चलेगी लेकिन केवल अपने परिवार को साथ लेकर चलती है. जहां जनता का हित हो वहीं रहना चाहिए. गीता कोड़ा 2009 से 2019 तक दो बार विधायक रह चुकी हैं. जबकि मधु कोड़ा 2006 से 2008 के बीच सीएम और 2009 से 2014 के बीच सिंहभूम से लोकसभा सांसद रहे हैं.


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