Jharkahnd News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन के एक मामले में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव (Pradeep Yadav) से बुधवार को पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने झारखंड में प्रदीप यादव से जुड़े करीब 12 स्थानों पर बुधवार को छापेमारी की थी. बता दें कि, प्रदीप यादव पांच बार के विधायक हैं. वहीं पूछताछ के बाद यादव ने कहा कि, वह ईडी की कार्रवाई को लेकर जल्द ही अदालत का रुख करेंगे. उन्होंने दावा किया कि ईडी के अभी तक के छापों में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है.
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पोड़ैयाहाट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के डोरंडा स्थित सरकारी आवास की तलाशी ली. बुधवार शाम प्रदीप यादव रांची में ईडी ऑफिस पहुंचे,उन्हें लेकर ईडी की टीम उनके सरकारी आवास पर पहुंची और पूरा घर खंगाला. वहीं देर रात तक तलाशी जारी थी. इससे पहले मंगलवार को ईडी ने विधायक के रांची-गोड्डा आवास सहित उनके करीबियों के 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी. उस दौरान वे गोड्डा में थे, उनकी अनुपस्थिति में छानबीन नहीं की गई, बल्कि उनके सरकारी आवास को सील कर दिया गया था और उन्हें रांची बुलाया गया था.
इसके पीछे निशिकांत दुबे का हाथ- यादव
वहीं मंगलवार को छापेमारी में दुमका के पीएचईडी के ठेकेदार अजय कुमार झा के आवास से 60 लाख रुपये जब्त किए गए थे. इस मामले में जल्दी ही ठेकेदार को समन जारी कर बुलाया जाएगा. मंगलवार को छापेमारी की कार्रवाई खत्म होने के बाद प्रदीप यादव ने कहा कि, यह पूरी कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. इसके पीछे निशिकांत दुबे का हाथ है. छह महीने पहले भी आयकर विभाग की टीम ने भी छापेमारी की थी, उसमें भी कुछ नहीं मिला था. मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. ईडी के अधिकारी भी यह जान गए हैं. 2024 के चुनाव से पहले ऐसी नौटंकी की जा रही है.