Jharkhand Politics News: झारखंड के जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने बुधवार को विधानसभा में आदिवासी समुदाय और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) को लेकर अजीबो-गरीब टिप्पणी की है. इरफान अंसारी ने सदन में कहा कि, 'बाबूलाल मरांडी इतना तेज कैसे हो गए, हमको समझ में नहीं आता, आप एक आदिवासी हैं. आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है?'


वहीं इसके बाद इरफान अंसारी के इस बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. दरअसल, बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम रघुवर दास, बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय सहित तमाम नेताओं ने इस बयान को लेकर इरफान अंसारी पर हमला बोला है. बीजेपी नेताओं ने कहा है कि, इरफान अंसारी की तरफ से सदन में दिए गए बयान से साफ हो गया है कि कांग्रेस आदिवासियों के प्रति कैसी ओछी सोच रखती है.






क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस पूरे विवाद के पीछे एक वीडियो है, जिसे दो दिन पहले बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया था. उस वीडियो में दिख रहा है कि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी एक मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए थे. उनके माथे पर तिलक भी दिख रहा था. मंदिर से बाहर आकर उन्होंने तिलक को पोंछ दिया. वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोगों के साथ वो बैठे हैं, जिसमें कह रहे हैं कि अगर आप वोट नहीं भी करेंगे तो भी हम जीत जाएंगे. पूरे विवाद के जड़ में यही वीडियो है.






इरफान अंसारी क्या कहा?
वहीं इसी वीडियो पर इरफान अंसारी सदन में सफाई दे रहे थे. कांग्रेस विधायक वीडियो को क्रॉप करने के लिए बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. मगर बाबूलाल मरांडी सदन में मौजूद नहीं थे. सदन की कार्यवाही का प्रसारण झारखंड सरकार के यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा था. इसमें इरफान अंसारी कह रहे हैं कि 'बाबूलाल जी इतना तेज कैसे हो गए, हमको समझ में नहीं आता. आप एक आदिवासी हैं. आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है?' वहीं वीडियो की एक क्लिप बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, झारखंड में कांग्रेस विधायक इरफ़ान अंसारी पूछ रहे हैं कि आदिवासी इतना तेज कैसे हो गये? ये कांग्रेस की जनजातीय समाज के प्रति सोच है.


बाबूलाल मरांडी ने दिया जवाब
वहीं बाबूलाल मरांडी ने भी वीडियो क्लिप के साथ अपने फेसबुक पेज पर लिखा, मैं आदिवासी हूं और मुझे आदिवासी होने पर गर्व है. मेरा समाज अपने गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति पर अभिमान करता है. कांग्रेस पार्टी का असल चेहरा बेनकाब हो ही गया. संपूर्ण आदिवासी समाज यह देखकर मर्माहत है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने सार्वजनिक रूप से एक आदिवासी बेटे को अपमानित किया. आदिवासियों की पहचान पर कुठाराघात किया. कांग्रेस पार्टी की नींव में ही आदिवासी विरोध है. बार-बार हमारे स्वाभिमान पर हमला होता है. लेकिन, इस बार हमारा समाज एकजुट होकर कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगियों को ज़रूर सबक सिखाएगा.



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