Jharkhand News: झारखंड के जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने झारखण्ड और उत्तर प्रदेश के नेताओं को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है. इरफान अंसारी ने कहा है कि, 'अगर उत्तर प्रदेश के सीएम को कोई औलाद होती तो शायद अतीक मारा नहीं जाता. क्योंकि औलाद का दर्द कोई औलाद वाला ही जान सकता है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी की कोई औलाद नहीं है तो उन्हें इसका दर्द कैसे पता चलेगा.'
दरअसल, दुमका कोर्ट में इरफान अंसारी ने एबीपी न्यूज से कहा कि, जो व्यक्ति पांच बार विधायक और सांसद रह चुका हो, उसे सम्मान देने के बजाय उसे गोली मार दिया जाता है. उत्तर प्रदेश में ऐसा लगता है कि जंगल राज है. अंग्रेजी हुकूमत की तरह माफिया शासन चला रहे हैं. जहां बाप-बेटे को गोली मार दी जाती है. उन्होंने आगे कहा कि भगवान करें कि उत्तर प्रदेश जैसी छवि झारखण्ड में ना हो, नहीं तो कितने भाजपाई धारासाई होंगे. उन्होंने कहा कि अतीक के शव को पार्लियामेंट में लाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
वायरल वीडियो को लेकर कही ये बात
वहीं बन्ना गुप्ता के वायरल वीडियो और विधायक सीपी सिंह के द्वारा उठाए गए हनी ट्रेप वीडियो के सवालों के जवाब में इरफान अंसारी ने कहा कि, हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि दोनों के मोबाइल जप्त कर वीडियो की जांच कराएं. उन्होंने ये भी सवाल उठाया की कि विधायक सी पी सिंह ने जब कोई गलती नहीं की है तो फिर पुलिस के सामने जाने का क्या मतलब बनता है. दोनों मामलों में मोबइल की जांच पुलिस करें. क्योंकि इस मामले से पूरा झारखण्ड शर्मशार हुआ है. बारीकी से इनकी जांच होनी चाहिए. गौरतलब है कि, विधानसभा चुनाव में जामताड़ा के सुभाष चौक में पार्टी झंडा लगाने को लेकर आदर्श आचार संहिता के मामले मे दुमका कोर्ट पहुंचे थे. वहीं इस मामले में जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को कोर्ट से राहत मिली है.