Jharkhand Politics: राजधानी रांची में मंत्री आलमगीर आलम के आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक आयोजित की गई. कांग्रेस के विधायकों ने राज्य की विधि व्यवस्था पर चर्चा की. बैठक में कांग्रेस के विधायकों ने राज्य में हो रही अपराधिक घटनाओं पर नाराजगी जाहिर की है. साथ ही कांग्रेस विधायकों ने यह भी कह डाला भले सरकार हमारी बॉडीगार्ड वापस ले ले लेकिन अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जाए. 


कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हम भी सरकार में शामिल हैं. जनता हमसे भी कई उम्मीदें रखती हैं और जनता की सुरक्षा पर हमारा भी दायित्व बनता है. उन्होंने कहा कि आज राज्य में जो स्थिति बनी है वह काफी निंदनीय है. जनता की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित होनी चाहिए. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने साफ कहा कि हम मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बातें उन तक पहुंचाएंगे जिस प्रकार ऑफिस में घुसकर अपराधियों ने भाकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या कर दी उससे यही पता चलता है कि अब जनता अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है. 


कांग्रेस ने राज्यपाल पर लगाए यह आरोप
वहीं, कांग्रेस के अन्य विधायकों का कहना था झारखंड के राज्यपाल ने कई विधेयक को वापस कर दिया है जिसमें मॉब लिंचिंग, स्थानीयता और ओबीसी आरक्षण का बिल था. उन्होंने कहा कि हम सरकार से निवेदन करेंगे कि बिल फिर से सदन में लाया जाए. वहीं कांग्रेस के विधायकों ने कहा कि यह बिल जनहित और राज्य हित में है वहीं. मणिपुर की घटना में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम सत्र में इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा करेंगे. केंद्र सरकार को घेरने की भी कोशिश की जाएगी. बैठक में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक उमाशंकर अकेला, इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगारी, राजेश कश्यप, भूषण बाड़ा, रामचंद्र सिंह, पूर्णिमा सिंह, दीपिका पांडे सिंह और नेहा तिर्की शामिल हुई थीं.


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