Jharkahnd News: झारखंड के चाईबासा जिले के झारखंड ग्रामीण बैंक बलांडिया शाखा के प्रबंधन द्वारा खाता धारक के बैंक राशि का हेरफेर और उसे परेशान करने के ममाला सामने आया. इसपर सांसद गीता कोड़ा ने वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को पत्र लिखकर जांच की मांग की. दरअसल, गीता कोड़ा मंगलवार को चक्रधरपुर जिले के बलान्डिया में जनसंपर्क अभियान के तहत पहुंची थीं. इस दौरान ही उन्हें स्थानीय लोगों ने झारखंड ग्रामीण बैंक की कार्यशैली को लेकर शिकायत की. शिकायत मिलने पर कांग्रेस सांसद बैंक पहुंचीं और मैनेजर को जमकर फटकार लगाई.


पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सांसद गीता कोड़ा ने बताया कि, इस क्षेत्र का ग्रामीण बैंक किसानों के लिए अग्रणी बैंक है. जहां किसान अपने बचत खाते से लेकर तमाम खाते रखते हैं. वहीं शिक्षकों को मिलने वाले केसीसी लोन के बाद झारखंड सरकार द्वारा कृषि ऋण माफी योजना का पैसा बैंक बैंक कर्मचारी उनके लोन खाते में ना डालकर किसान बचत खाते में डाल देते हैं. इसके बाद उनके खाते को भी फ्रीज कर दिया जाता है, जिससे उस पैसे का उपयोग किसान नहीं कर पा रहे हैं और उनका लोन जैसे का तैसा रह जाता है. साथ ही लगातार उन पर ब्याज बढ़ता रहता है, जिससे किसान लगातार बैंक के कर्ज के तले दबे जा रहे हैं.


कई गांवों का किया दौरा
बता दें कि, गीता कोड़ा ने बैंक मैनेजर पर गरीब खाताधारकों को परेशान करने का आरोप लगाया. बैंक पहुंची गीता कोड़ा बेहद आक्रामक मूड में थीं. इस दौरान उन्होंने झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को शिकायती पत्र लिखकर मामले की जांच कराने और सख्त एक्शन लेने की मांग की. दरअसल, लोकसभा चुनाव की तैयारी को लकेर सांसद गीता कोड़ा ने सिंहभूम जिले के कई गांवों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने समस्या का समाधान चरणबद्ध तरीके से करने का आश्वासन भी दिया. सांसद ने कहा कि जो भी समस्याएं हैं, उनका निराकरण गंभीरता के साथ किया जाएगा. ग्रामीणों से कहा कि सदैव ही आप सभी के दुःख-सुख का सहभागी रही हूं और आगे भी रहूंगी. जहां तक छोटी-मोटी समस्याओं की बात है तो इसके समाधान के लिए भी आगे बढ़कर काम करुंगी.


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