Lok Sabha Elections 2024: झारखंड राजभवन को लेकर सरकार, बीजेपी और राज्यपाल के बीच एकबार फिर तनातनी के आसार दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने राजभवन पर बीजेपी के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया है. विधानसभा अध्यक्ष काकहना है कि, झारखंड सरकार जनता से जुड़े विधयकों को पास कराकर राजभवन भेजती है, लेकिन राज्यपाल उसे वापस लौटा देते हैं. इसपर झारखंड की राजनीति एक बार फिर से गर्म होती दिखाई देने लगी है.


वहीं अब झारखंड प्रदेश बीजेपी ने राज्यपाल से मांग की है कि राजभवन के खिलाफ असंवैधानिक टिप्पणी करने पर विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाए. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में एक दल राजभवन पहुंचा और उन्होंने कहा कि, आखिर विधानसभा अध्यक्ष किसी राजनीतिक दल का मंच कैसे शेयर कर सकते हैं. पार्टी नेताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि, विधानसभा अध्यक्ष का झामुमो के मंच से भाषण देना और राजभवन को टारगेट करना अमर्यादित और पद की गरिमा के खिलाफ आचरण को दर्शाता है. ऐसा व्यक्ति एक पल के लिए भी इस पद पर नहीं होना चाहिए.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष  क्या कहा?
विधानसभा अध्यक्ष के इस बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, विधानसभा अध्यक्ष संवैधानिक मर्यादाओं का बार-बार उल्लंघन कर रहे हैं. उनका पद दलीय राजनीति से ऊपर निष्पक्षता का पद है, लेकिन राज्य में तो सभी नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि, विधानसभा अध्यक्ष झामुमो के प्रवक्ता की तरह पार्टी के मंच से बयान दे रहे है. ऐसे में पद की गरिमा तार-तार हो रही है. एक तरफ स्पीकर को जिन विषयों पर निर्णय लेना चाहिए, उसे तो वे बार-बार सरकार के इशारे पर टाल रहे हैं.


झामुमो का बीजेपी पर पलटवार 
वहीं अब झारखंड मुक्ति मोर्चा भी विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के समर्थन में बीजेपी पर पलटवार कर रही है. झामुमो ने कहा कि, झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने अपने विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कोई भी गलत टिप्पणी नहीं की है. झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है ,कि भाजपाइयों का राजभवन जाकर विरोध करना उनके असली चेहरे को दिखलाता है. उन्होंने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा पिछले दिनों राज्यपाल भी संथाल परगना के दौरे पर गए थे, वहां उन्होंने कहा था कि संथाल परगना में दादागिरी नहीं चलने देंगे.


सुप्रियो भट्टाचार्य ने राज्यपाल पर लगाया ये आरोप
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि, चुने हुए जनप्रतिनिधि ही लोकतंत्र के मुख्य धारा से होते हैं और अब कोई उनको चुनौती दे तो यह कहीं से भी सही नहीं है. झामुमो ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि बीजेपी को केवल दूसरों का ही चेहरा काला दिखता है. उसे दूसरों को आईना दिखाने से पहले खुद की शक्ल भी आईने में देखनी चाहिए. झामुमो ने झारखंड विधानसभा के स्पीकर का समर्थन करते हुए कहा कि, स्पीकर भी किसी पार्टी के नेता होते हैं कार्यकर्ताओं के बीच जाने पर उनकी आकांक्षा को पूरा करने की भी उनकी जिम्मेदारी होती है. संथाल परगना में झामुमो के कार्यकर्ता राज्यपाल के बयान पर काफी आक्रोश में हैं.





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