Jharkhand News: राजधानी रांची के दलादली चौक के पास पिछले महीने भाकपा नेता को उनके कार्यालय में ही अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल भी किया गया था. उस दौरान कई गाड़ियों के शीशे फोड़े गये जिसमें पुलिस के कई जवान भी घायल हुए थे. इस मामले में एसएसपी ने नगडी थाना के थानेदार को सस्पेंड कर दिया था और उनकी जगह 2018 बैच के रोहित कुमार को तैनात किया गया था.


वहीं अब रांची पुलिस ने इस हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है. बता दें कि, रांची पुलिस ने शूटरों समेत मुख्य साजिशकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, रांची के सीनियर एसएसपी कौशल किशोर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को इस मामले की जानकारी दी. एसएसपी ने कहा कि, आदिवासी नेता सुभाष मुंडा की हत्या के बाद से ही पुलिस इस मामले पर पैनी नजर बनाए हुई थी. लगातार पुलिस प्रशासन द्वारा छापेमारी की जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में एसआईटी टीम का गठन भी किया था. एसआईटी टीम सिटी एसपी के निर्देश पर कार्य कर रही थी, जिसमें दो डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, दो एसआई शामिल थे. 


जमीन विवाद में हुई हत्या
एसआईटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. वहीं पूछताछ में जानकारी मिली कि, जमीन विवाद के कारण सुभाष मुंडा की हत्या की गई थी. जिसमें मुख्य साजिशकर्ता के रूप में छोटू खलगो का नाम सामने आया. बताया जा रहा है कि सुभाष मुंडा की हत्या 119 डिसमिल जमीन की वजह से की गई. वहीं हत्या के लिए शूटरों को करीब 15 लाख रुपये दिए गए थे. साथ ही 10 डिसमिल जमीन का लालच भी दिया गया था. बता दें कि, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छोटू खलखो, बिनोद कुमार और अभिजीत कुमार को गिरफ्तार किया है. साथ ही हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों को भी पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है.


जानकारी के अनुसार आरोपी कई दिनों से रेकी कर रहे थे और मौका मिलते ही हत्या की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने गिरफ्तार किये गये अपराधियों के पास से एक काले रंग का 22 लोडेड रिवॉल्वर, एक कला रंग का पम्प एक्सन शॉटगन, काले रंग की टेलिस्कोपिक लोडेड 30.06 स्पॉटिंग राइफल, एक JH05BY7986 नंबर की फॉर्च्यूनर गाड़ी जब्त की है.




ये भी पढ़ें: Jharkhand: झारखंड में ओवैसी की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का विवादित बयान- 'शर्म से कहो हम भारतीय हैं'