Jharkhand: झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा में स्तिथ बूढ़ा पहाड़ पर चल रहे नक्सल विरोधी अभियान ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है. असीआरपीएफ और पुलिस के संयुक्त भियान में बूढ़ा पहाड़ के जंगलों में नक्सलियों द्वारा छिपाए गए करीब 12 आईईडी बरामद किए गए. सीआरपीएफ ने बताया कि नक्सलियों के कभी गढ़ रहे और अब सुरक्षा बलों के कब्जे में आए बूढ़ा पहाड़ के बलरामपुर के जंगल से एक गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार को सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और छत्तीसगढ़ पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए 12 आईईडी बम बरामद किए गए.
सभी आईईडी मौके पर ही किए गए डिफ्यूज
बरामद सभी आईईडी को मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया. इसके बाद तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पूरी कार्यवाही को सीआरपीएफ की 203 कोबरा बटालियन सहित छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मिलकर अंजाम दिया गया. दरअसल पिछले महीने बूढ़ा पहाड़ को नक्सल मुक्त करने के लिए चलाए गए ऑक्टोपस नामक अभियान के दौरान जब से बूढ़ा पहाड़ पर सीआरपीएफ की बटालियन ने अस्थाई कैंप स्थापित किया है, तब से नक्सली अपने इस सुरक्षित ठिकाने को छोड़कर भाग खड़े हुए हैं. जवानों द्वारा काफी बड़े इलाके में फैले इस जंगल के क्षेत्रों में लगातार सर्च अभियान चलाकर विस्फोटक सामग्री बरामद की जा रही है.
पहले भी बूढ़ा पहाड़ से किए गए थे 120 आईईडी बरामद
इससे पहले भी 19 नवंबर को बूढ़ा पहाड़ पर चल रहे नक्सल विरोधी अभियान ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस के संयुक्त अभियान में यहां के जंगलों में नक्सलियों द्वारा लगाए गए करीब 120 आईईडी बरामद किए थे. सभी आईईडी मौके पर ही डिफ्यूज कर दिए गए थे. पूरी कार्यवाही को सीआरपीएफ की 172 बटालियन और 203 कोबरा बटालियन सहित झारखंड पुलिस के साथ मिलकर अंजाम दिया गया था.
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